अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने बताया कि 20 साल के अमेरिकी सैन्य अभियानों के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है. अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू जो 30 अगस्त को सी-17 विमान में सवार हुए और यह काबुल में अमेरिकी मिशन के अंत का प्रतीक है. इसके साथ ही यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल केनेथ मैकेंजी ने पेंटागन न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान अफगानिस्तान से अमेरिकी वापसी को पूरा करने की घोषणा की.
52 वर्षीय मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू (Major General Chris Donahue) के पास मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में प्रमुख सैनिकों से पहले दक्षिण कोरिया और पनामा में सेवा करने का तीन दशकों का अनुभव है. 2 स्टार जनरल को अफगानिस्तान, इराक, सीरिया, लीबिया और पूर्वी यूरोप में संचालन के समर्थन में 17 बार तैनात किया गया है. उन्होंने अपने करियर का एक बड़ा हिस्सा विशेष बलों के साथ बिताया है. उन्होंने वेस्ट प्वाइंट, न्यूयॉर्क में यूनाइटेड स्टेट्स मिलिट्री अकादमी से स्नातक हैं और 1992 में इन्फैंट्री ब्रांच में दूसरे लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया. उनका पहला असाइनमेंट दक्षिण कोरिया में द्वितीय इन्फैंट्री डिवीजन सेना के साथ राइफल प्लाटून लीडर के रूप में था.
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अमेरिकी सैनिकों के निकल जाने को अफगानिस्तान की आजादी से जोड़ा और कहा कि आज देश पूरी तरह से आजाद हो गया, लेकिन इसी के बाद जब काबुल एयरपोर्ट तालिबान का पूरी तरह से कब्जा हो गया तो तालिबानी आतंकियों ने डरावना जश्न मनाया. आतंकियों ने हवा में ताबडतोड़ फायरिंग की और आसमान में कई रॉकेट दागे. तालिबान की इस फायरिंग से काबुल के स्थानीय लोग सहम गए. तालिबान ने उन्हें बताया कि ये कोई हमला नहीं है, बल्कि अमेरिका के जाने के बाद जश्न में फायरिंग की जा रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी सैनिकों की निकासी पर कहा, ‘पिछले 17 दिनों में हमारे सैनिकों ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े एयरलिफ्ट को अंजाम दिया है. उन्होंने इसे बेजोड़ साहस और संकल्प के साथ किया है. अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य उपस्थिति खत्म हो गई है.