बीजिंग । पूरे चीन में मैरिज रजिस्ट्री ऑफिसों में तलाक की मांग तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। 1 मार्च को दफ्तर खुलते ही शादीशुदा जोड़े तलाक की अर्जियां लेकर आना शुरु हो चुके है। यहां तक कि कई दफ्तर आने वाले काफी दिनों के पूरी तरह से ‘बुक’ हो चुके हैं, जो सिर्फ तलाक के मामले सुलझाएंगे। एक रिपोर्ट के अनुसार चीन के शियॉन शहर में तलाक की सबसे ज्यादा मांग आई है। यहां एक दिन में 14 शादीशुदा जोड़े तलाक के लिए पहुंचे। चीन के सिचियान प्रांत में मैरिज रजिस्ट्री ऑफिस के मैनेजर लू सिजोन बताते हैं कि उनके पास 24 फरवरी के बाद से अभी तक 20 से भी कम दिनों में 300 से ज्यादा जोड़े तलाक की अर्जी लेकर आए। आधिकारियों का मानना है कि कोरोना के डर से क्वेरेंटाइन में ज्यादा समय साथ बिताना भी तलाक की एक वजह हो सकती है।
बता दें कि कोरोना वायरस आउटब्रेक के कारण चीन में लगातार लॉकडाउन चल रहा है। वहीं लगभग पूरे देश में सभी को सेल्फ क्वेरेंटाइन में रहने को कहा गया। लगभग पूरा एक महीना ज्यादातर जोड़ों में लगातार एक साथ बिताया। दफ्तर का काम भी घर से किया हुआ। सरकार की सख्त हिदायत के बाद सिर्फ राशन और दवाओं जैसी जरूरी चीजों के लिए ही घर से बाहर निकलें।इसकारण सभी शादीशुदा और गैर-शादीशुदा जोड़े दिन-रात पूरे समय एक साथ रहे। इस दौरान मुमकिन है कि दोनों के बीच पहले से चल रहा हल्का-फुल्का तनाव खुलकर सामने आ गया हो। जोकि इनके तलाक लाने की वजह बना हो। लू सिजोन के अनुसार चीन में आम दिनों में नए शादीशुदा जोड़े सोशल गेदरिंग, दफ्तर या कहीं जाने-आने में काफी समय बिताते हैं। तलाक की मांग में अचानक इतनी तेजी के पीछे ये तर्क भी दिया जा रहा है कि हो सकता है लोग पहले से ही तलाक प्लान कर रहे हों लेकिन लॉकडाउन की वजह से वे इसके लिए अर्जी न डाल सके हों। PLC.