जमीयत उलेमा हिंद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का सम्मेलन यहां जमीयत मुख्य कार्यालय नई दिल्ली में मौलाना कारी सय्यद मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी अध्यक्ष जमीयत उलेमा ए हिंद की अध्यक्षता में संपन्न हुआ, जिसमें वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराने का अभियान, उत्तराखंड हाई कोर्ट के माध्यम से फतवे पर लगी पाबंदी, विश्व इस्लामी जगत विशेषकर सऊदी अरब की वर्तमान परिस्थितियों और जमीयत उलेमा ए हिंद का 100 वर्षीय शताब्दी समारोह और जमीयत के अकाबिरों पर होने वाले सेमिनार सहित विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया
जमीयत उलेमा हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने सदस्यों के सामने क्रमशः एजेंडे पर विस्तार से प्रकाश डाला. शोध संस्थान विशेषकर सी आर डी डी पी की ओर से वर्तमान में इस बात का रहस्योद्घाटन हुआ था कि देश के विभिन्न राज्यों में लाखों मुसलमानों के नाम वोटर लिस्ट में दर्ज नहीं है इस दुखदाई रहस्योद्घाटन के बाद जमीयत उलेमा हिंद ने नामों को दर्ज कराने का देशव्यापी अभियान चला रखा है लेकिन इसे और जोर शोर से अंजाम देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, कार्यकारिणी समिति ने जमीयत की जिला क्षेत्रीय शाखाओं को कहा है कि वोटर लिस्ट में नामों को दर्ज करने के अभियान को जोर शोर के साथ जारी रखें और लोगों में इसके संबंध से लगातार जागरूकता लाने की कोशिश करें. कार्यकारिणी समिति ने उत्तराखंड हाई कोर्ट की ओर से फतवों पर लगी पाबंदी पर चिंता प्रकट की और इस संबंध में जमीयत उलेमा हिंद की अपील पर सुप्रीम कोर्ट में स्टे मिलने पर संतोष प्रकट किया. जमीयत के कानूनी कदम से संबंधित एडवोकेट शकील अहमद सैयद ने एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की. कार्यकारिणी समिति ने सऊदी अरब में वर्तमान परिस्थितियों पर उसकी ओर से उठाये कदमों – कार्यों से संबंधित अपनी स्थापित समिति की रिपोर्ट का भी जायजा लिया और इस संबंध में बनी कमेटी को पाबंद किया कि वह आने वाले मजलिस ए आमला इजलास में कोई पुख्ता प्रस्ताव पेश करें.
जमीयत संस्था के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित होने वाले शताब्दी समारोह और महापुरुषों पर सेमिनारों से संबंधित रिपोर्ट का आकलन करने के बाद समिति ने फैसला किया कि अगले वर्ष फरवरी में होने वाला 100 वर्षीय प्रोग्राम अब देवबंद में नवंबर 2019 में आयोजित होगा. सेमिनार के संबंध में मौलाना मुईज़उद्दीन अहमद ने एक रिपोर्ट पेश की जिसमें बताया की मौलाना अब्दुल बारी फिरंगी महली [रह.] मुफ्ती आजम मुफ्ती किफायतुल्लाह रह. मौलाना अहमद सईद देहलवी रह. मौलाना सज्जाद बिहारी रह मौलाना हिफजुर रहमान [रह.] मौलाना मोहम्मद मियां [रह.] मौलाना हबीबुर्रहमान आज़मी [रह.] जैसे महापुरुषों के सेमिनारों की तारीखें तय हो गई हैं जो दिसंबर के महीने से शुरू होकर मार्च 2019 तक में अलग-अलग तिथियों में आयोजित होगें ,
कार्यकारिणी समिति में जमीयत और उसकी शाखाओं की तरफ से केरल के बाढ़ पीड़ितों की सहायता से संबंधित रिपोर्ट और प्लान पेश किए गए जिस पर संतोष प्रकट किया गया. स्पष्ट रहे की जमीयत ने अब तक केरल में सहायता एवं पुनर्वास हेतु 5 करोड से अधिक की धनराशि खर्च की है और अब वह पहले चरण में सौ मकानों के निर्माण और 100 नष्ट हुए मकानों की मरम्मत कर रही है इसके अलावा कार्यकारिणी ने पदाधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी और साप्ताहिक अल जमीअत और शांति मिशन से संबंधित अलग अलग समितियां गठित की, यह सम्मेलन देर रात्रि जमीयत के अध्यक्ष की दुआओं पर संपन्न हुआ.
इस सम्मेलन में अध्यक्ष महोदय के अलावा सदस्यों के तौर पर मौलाना अमानुल्लाह कासमी उपाध्यक्ष जमीयत उलेमा हिंद, मौलाना महमूद मदनी महासचिव जमीअत उलमा हिंद, मौलाना रहमतुल्लाह कश्मीरी, कारी शौकत अली वेट, मौलाना नदीम सिद्दीकी महाराष्ट्र, मौलाना हाफिज पीर शब्बीर अहमद हैदराबाद, मौलाना मुफ्ती मोहम्मद सलमान मंसूरपुरी, मुफ्ती जावेद इकबाल किशनगंज, मौलाना सैयद सिराजुद्दीन अजमेर, मौलाना हसीब सिद्दीकी कोषाध्यक्ष जमीयत उलेमा हिंद ,शकील अहमद सैयद एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, मुफ्ती इफ्तखार अहमद कर्नाटक, मौलाना मोहम्मद कासिम पटना ,मौलाना सदीकउल्ला चौधरी कोलकाता ,मौलाना मोहम्मद रफीक मज़ाहिरी गुजरात, मौलाना मतीनउलहक ओसामा कानपुर, मौलाना मुईज़ुद्दीन अहमद, मौलाना मुफ्ती मोहम्मद राशिद आज़मी दारुल उलूम देवबंद, मौलाना नियाज अहमद फारुकी और विशेष आमंत्रित मौलाना मुफ्ती हबीबुर्रहमान, मौलाना मोहम्मद सलमान बिजनौरी दारुल उलूम देवबंद, कारी मोहम्मद अमीन पोखरण राजस्थान, मौलाना अली हसन मजाहीरी यमुनानगर, मौलाना मोहम्मद आकिल गढ़ीदौलत, मुफ्ती अहमद देवला गुजरात, डॉक्टर सइदुद्दीन कासमी दिल्ली, मौलाना अब्दुल कादिर आसाम हाफिज बशीर अहमद आसाम, मौलाना शमसुद्दीन बिजली कर्नाटक, हाजी मोहम्मद हारून भोपाल, डॉक्टर मसूद अहमद आज़मी मौलाना अब्दुल कुद्दूस पालनपुरी, मौलाना मोहम्मद इलियास मिफ्ताही पीपली माजरा डॉक्टर मोहम्मद इस्लाम कासमी उत्तराखंड मुफ्ती सैयद मोहम्मद अफ्फान मंसूरपुरी मुफ्ती अब्दुल रहमान नौगांवा सादात अमरोहा, मौलाना हकीमुद्दीन कासमी सचिव जमीअत उलेमा हिंद शरीक हुए.