19 अगस्त 2014 को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने इंदिरानगर, लखनऊ निवासी शुचिता श्रीवास्तव को फेसबुक के जरिये ठगने की शिकायत में दिल्ली पुलिस कमिश्नर को की थी.
शिकायत में कहा गया था कि सुश्री सुचिता को कथित सीरिया निवासी एलेग्जेंडर जिओर्जी ने भारत में अस्पताल खोलने के नाम पर संपर्क किया था और 19 अगस्त 2014 को उनके मोबाइल पर फोन आया कि एलेग्जेंडर दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो करोड़ सत्तर लाख नकद के साथ मौजूद है जिन्हें 1.30लाख रुपये पेनल्टी पर छोड़ा जा सकता है. सुश्री शुचिता को यह रकम एचडीएफसी बैंक में श्री बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के बैंक एकाउंट पर भेजने को कहा गया.
चालबाजी समझ सुश्री शुचिता ने श्री ठाकुर से संपर्क किया जिन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को फैक्स भेजा. दिल्ली पुलिस के उपायुक्त क्राइम ने प्रारंभिक जांच कर 10 सितम्बर के पत्र द्वारा यह मामला मध्य प्रदेश पुलिस को सुपुर्द कर दिया.
मध्य प्रदेश पुलिस ने जांच कर 15 अक्टूबर को इसे उत्तर प्रदेश पुलिस को भेज दिया और अब पुनः डीजीपी यूपी ने 31 दिसंबर को यह कहते हुए यह शिकायत दिल्ली पुलिस कमिश्नर को वापस कर दी है कि इसमें अंकित आरोप दिल्ली से पाए जाते हैं.
इस तरह यह शिकायत पिछले साढ़े तीन माह में दिल्ली से चल कर तीन राज्यों से घूमते हुए फिर दिल्ली पहुँच गयी है, पर अभी कार्यवाही शुरू भी नहीं हुई है.