आई एन वी सी,
जयपुर,
ऊर्जा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा हैं कि राज्य के सभी गांव, ढ़ाणियों, शहरों को अगस्त-सितम्बर तक 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगस्त सितम्बर तक राजस्थान ऊर्जा उत्पादन में सरपल्स की स्थिति प्राप्त कर लेगा। उन्होंने कहा कि पवन ऊर्जा से एक हजार मेगावाट विद्युत आपूर्ति मिल रही हैं तथा छबड़ा में 250 मेगावॉट, कालीसिंध में प्रोजेक्ट से 600-600 मेगावाट बिजली और मिलने लगेगी। उन्होंने कहा कि इस उत्पादित बिजली के वितरण के लिए बेहतर ट्रांसमिशन तैयार करना होगा, ताकि हम 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।
उन्होंने यह बात झुंझुनूं में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अजमेर डिस्काम की योजनाओं, उपभोक्ताओं की समस्याओं, जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ विद्युत व्यवस्था तथा निगम अभियन्ताओं को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति का सिस्टम तैयार करने के लिए तथा घरेलू कनेक्शन समय पर जारी करने व उपभोक्ता सेवाओं को सुधार करने के लिए आयोजित बैठक में कही।
उन्होंने सभी तकनीकी कार्यो को समय पर पूरा करने व इंजीनियरों को फील्ड में जाकर सिस्टम की तकनीकी खमियां देखकर उन्हें सही करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने सभी विद्युत विभाग के अधिकारियों से कहा कि फ्लेट रेट पर चल रहे विद्युत कनेक्शनों को तुरन्त मीटर में बदला जाए, ताकि वास्तविक उपभोग के अनुरूप बिल का निर्धारण किया जा सके। उन्होंने विद्युत चोरी की समस्या पर बोलते हुए कहा कि यह एक केंसर की तरह है और हमें साहस दिखाकर इसे रोकना चाहिए, क्योकि इससे अरबों रुपए का नुकसान हो रहा है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे समय बधता के साथ काम करें तथा किसी विद्युत समस्या का तुरन्त समाधान करें।
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं ऊर्जा मंत्री को बताई, जिनके समाधान के निर्देश उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने झुंझुनू सीटी डिविजन को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए बधाई दी तथा उसे आईडियल डिविजन के रूप में विकसित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। बैठक में पिलानी विधायक श्री सुंदरलाल, जिला कलेक्टर डॉ. आरूषी मलिक, अतिरिक्त कलेक्टर श्री सुरेन्द्र माहेश्वरी, अजमेर डिस्कॉम के एमडी श्री बी. राणावत, चैयरमेन श्री आर जी गुप्ता, संभागीय मुख्य अभियंता श्री के. पी. वर्मा सहित विद्युत विभाग के आला अधिकारी तथा जनप्रतिनिधी मौजूद थे।