आई.एन.वी.सी,,
न्यूयॉर्क,,
युवा मामले और खेल मंत्री श्री अजय माकन ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के जनरल असेंबली हॉल में युवा मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें ‘इस अवसर पर 1985 में युवाओं के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष की याद आ रही है जब भारत के सबसे कम आयु के प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी हमारे बीच मौजूद थे। उन्होंने न केवल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं के विकास को गति दी, बल्कि भारत में युवाओं के विकास के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय का गठन किया। उनके असाधारण नेतृत्व में संसद ने भी एक असाधारण निर्णय लेते हुए मतदान के लिए युवाओं की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दी, ताकि युवा वर्ग भी देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सके। स्व. श्री राजीव गांधी ने ही 1988 में युवाओं की राष्ट्रीय नीति की घोषणा की थी।’
श्री माकन ने आगे कहा कि शासन की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में युवाओं की साझेदारी सुनिश्चित करने के लिए देश के 3 लाख से अधिक स्थानीय निकायों में निर्वाचित प्रतिनिधियों की आय, घटाकर 21 वर्ष कर दी गयी थी। श्री माकन ने जोर देकर कहा कि हमारा विशेष प्रयास है कि उच्चतर कौशल विकास सुनिश्चित किया जाये। प्रधानमंत्री एक राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन के अध्यक्ष है जिसका उद्देश्य लगभग 50 करोड़ लोगों तक पहुंचना है। इसके अतिरिक्त युवा रोजगार क्षमता कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किया गया है।
इस अवसर पर श्री माकन ने यह भी बताया कि राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान एक पेशेवर संसाधन एजेंसी है जो युवा मामलों और खेल-कूद के विचारक के रूप में काम करती है। युवाओं के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के अवसर पर इसके स्तर को बढ़ाकर इसे एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान बनाया जा रहा है। इस संबंध में एक विधेयक संसद के आगामी सत्र में पेश किया जायेगा।
इस अवसर पर श्री माकन ने समिति की चर्चा की रिपोर्ट पेश की, जिसकी उन्होंने युवा मामलों पर उच्चस्तरीय बैठक के समापन के अवसर पर अध्यक्षता की थी। श्री माकन ने अपनी रिपोर्ट में अन्य बातों के साथ-साथ यह भी कहा कि युवाओं को भी भूमण्डलीकरण के लाभ उपलब्ध कराये जाने चाहिए।