आई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ,
प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री अशोक कटारिया ने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुझे निगम की राजस्व प्राप्ति की प्रतिदिन की रिपोर्ट चाहिए, जिससे कि रोडवेज को प्रदेश की जनता के लिए और अधिक सुलभ व आरामदायक बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि परिवहन निगम विगत 05 वर्षों से लाभ की स्थिति में है वर्ष 2019-20 में 142.66 करोड़ रूपये का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि जो भी क्षेत्रीय प्रबंधक और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यों के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही दिखाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही महिला सशक्तिकरण के तहत पिंक बसों में महिला चालकों को ई-स्टेयरिंग वाली बसें उपलब्ध कराई जायें। चालकों एवं परिचालकों की ड्यूटी साफ्टवेयर के माध्यक से ही लगाई जाये तथा ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता समाप्त होने से पहले उनको एलर्ट भेजा जाये।
परिवहन मंत्री श्री अशोक कटारिया आज परिवहन निगम मुख्यालय में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अन्तर्राज्यीय बस के प्रभावी संचालन न होने पर जी0एम0 संचालन को फटकार लगाई तथा लोगों को सुविधा की दृष्टि से शीघ्र ही अन्तर्राज्यीय परिवहन को संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी आर0एम0 एवं ए0आर0एम0 को निर्देशित करते हुए कहा है कि अपने-अपने बस स्टेशनों की आय के óोत बढ़ाने के लिए कामर्शियल दृष्टिकोण से भी कार्य करें।
श्री कटारिया ने निगम में ठेका देने के टेंडर में अधिकारियों की मिलीभगत की शिकायत पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि टेंडर दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकारी सम्पत्ति का दुरूपयोग नहीं करने दिया जायेगा। मा0 मुख्यमंत्री जी एवं प्रदेश सरकार की मंशा एवं नीयत साफ व जनहितैशी है। उन्होंने बरेली एवं नोएडा में यात्री प्लाजा ना होने पर नाराजगी व्यक्त की और यात्रियों की सुविधाओं के लिए इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि रोडवेज के कार्यों की प्रतिदिन माॅनीटरिंग की जाये जिससे निगम के लाभांश में वृद्धि हो और जनता का निगम के कार्यों के प्रति विश्वास बढ़े।
प्रमुख सचिव परिवहन श्री आर0के0 सिंह ने कहा कि अधिकारी निगम को लाभप्रद बनाने के लिए कार्यों में तेजी लाये और अपने कमियों को शीघ्र दूर करें। उन्होंने रोडवेज बसों में लगी रिफलेक्टिव टेप का रिफलेक्शन कम होने तथा मानक के अनुरूप ना होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में कुल 266 बस स्टेशन हैं जिसमें 23 बस स्टेशन पीपीपी माॅडल पर संचालित हैं। शेष बस स्टेशनों की आय में वृद्धि के लिए भी कार्य योजना बनाई जाये। उन्होनंे सभी बसों की फिटनेस चेकिंग के पश्चात ही मार्ग में भेजने के निर्देश दिए। बैठक में परिवहन आयुक्त एवं प्रबन्ध निदेश परिवहन निगम श्री धीरज साहू, विशेष सचिव परिवहन के साथ मुख्यालय के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।