दिल्ली में पुलिस स्मरणोत्सव दिवस मनाया गया। श्री रजनी कांत मिश्रा, महानिरीक्षक (प्रशासन), सीमा सुरक्षा बल, वरिष्ठ अधिकारिगण एवं जवान इस अवसर पर उपस्थित थे। परेड सुबह 0745 बजे शुरू हुआ और परेड पर ’शहीद पुस्तक’ को लाया गया। समस्त वरिष्ठ अधिकारियों ने श्री रजनी कांत मिश्रा, महानिरीक्षक (प्रशासन), बी0एस0एफ का स्वागत किया। श्री राठौर ने सीमा सुरक्षा बल के शहीदों के नाम पढ़े तत्पश्चात् शहीदी स्मारक पर माल्यापर्ण किया। इस साल 42 बी0एस0एफ कर्मियों ने कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राणों की आहुति दी है। इस के बाद झण्डे को आधा मस्तूल किया गया। तत्पश्चात् समस्त अधिकारिगण एवं जवानों ने दो मिनट का मौन रखा और झंडा पूर्ण मस्तूल पर लाया गया।
श्री देवेन्द्र कुमार पाठक, भारतीय पुलिस सेवा, महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल, ने पुलिस स्मारक, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली पर माल्यार्पण कर संयुक्त पुलिस स्मरणोत्सव मनाया।
दिन का महत्व
वर्ष 1957 में भारत – तिब्बत सीमा की रखवाली के लिए सी.आर.पी.एफ की 3 बटालियन ने तथा साई चिन पर्वत के माध्यम से चीनी सैनिकों के बढ़ते आगमन को रोकने लिए तैनात की गई थी।
21 अक्टूबर 1959 को उप पुलिस अधीक्षक करन सिंह के नेतृत्व में 21 सदस्यों की सी.आर.पी.एफ के गश्ती दल पर चीनी सैनिकों द्वारा हमला किया गया। जिस पर सी.आर.पी.एफ जवानों ने उन चीनी सैनिकों का सामना बड़े ही बहादुरी से किया और दस बहादुर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन दस जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए पुलिस स्मरणोत्सव दिवस मनाया जाता है।
प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मरणोत्सव दिवस मनाया जाता है। इस दिन राष्ट्र के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले पुलिस कर्मियों को श्रद्धाजलि देने के लिए पूरे देश के पुलिस बलों द्वारा आयोजित किया जाता है।