आई एन वी सी ,
भोपाल,
अपने पिछले कार्यकाल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बार नए तेवर में दिखे। शुक्रवार को अपने व्यस्ततम समय में से समय निकाला और शहर जांचने निकल पड़े। दोपहर करीब 3 बजे कलेक्टर निशांत वरवड़े को बुलाया। 4.45 पर काफिले के साथ दौरा शुरू कर दिया।
जहां भी गए वहां पहले अफसरों से सवाल-जवाब किए। बाद में आम जन से सीधा संवाद कर समस्याएं सुनीं। निवास से निकलते शिवराज कोलार नगर पालिका पहुंचे। यहां मौके पर क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा भी आ गए थे। यहां अधिकारियों से कोलार की शिकायतों के बारे में पूछा। वहीं लोगों से भी जानकारी ली। इसके बाद वे शाहपुरा स्थित नगर निगम की भवन अनुज्ञा शाखा पहुंचे। यहां उन्होंने भवन अनुज्ञा से संबंधित फाइलों को उठवाया। इन्हीं के बीचों-बीच से एक फाइल निकलवाई और कलेक्टर से संबंधित व्यक्ति को फोन लगाकर कर बात कराने को कहा। कलेक्टर ने फोन लगाया और सीएम ने पूछा क्या आपकी फाइल बिल्डिंग परमीशन के लिए रुकी हुई है। इस पर उसने कहां, नहीं सर! 22 दिन में बिल्डिंग परमीशन मिल गई। क्या कहीं दिक्कत आई? इस बात पर जवाब मिला, नहीं सामान्य आवेदन किया था, जिसे स्वीकार कर लिया। इसे देखते हुए सीएम ने विभाग के अधिकारियों को शाबासी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री लिंक रोड-3 पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री अधोसंरचना के तहत सड़क निर्माण कार्य चल रहा था। जिसके देखते हुए उन्होंने उसके सैंपल लिए और रात तक सड़क की गुणवत्ता की रिपोर्ट देने को कहा। सीएम ने यहां भी लोगों से बात की। शाम करीब 6.20 पर सीएम मंत्रालय पहुंचे।
-सीएम ने ली क्लॉस
मुख्यमंत्री जैसे ही शाम 4 बजे कोलार नगर पालिका, पहुंचे यहां उन्होंने नगर पालिका परिषद द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे प्रमुख दस्तावेज और प्रमाण-पत्र जारी करने करने वाले प्रभारी अधिकारियों और कमर्चारियों से पूछताछ की। यहां उन्होंने नामांतरण, भवन निर्माण की अनुज्ञा, जन्म-मृत्यु, विवाह प्रमाण-पत्र देने की प्रक्रियाओं की जानकारी ली। उन्होंने एक आवेदन देखते हुए कहा, आखिर प्राप्त आवेदनों का निराकरण समय-सीमा में क्यों नहीं हो पता? यदि समय-सीमा में आवेदन पत्रों का निराकरण नहीं होता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने स्टॉफ से कहा, आवेदन लेते समय आवेदन को जरूरी कागजात की जानकारी एक ही बार में लें और निराकरण में लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के अन्तर्गत आने वाली सेवा प्रदाय की समय-सीमा का ध्यान रखें। श्री चौहान ने कलेक्टर निशांत वरवड़े को निर्देश दिए कि कोलार पालिका कोलार की सभी फाइलों का परीक्षण कर अवगत कराएं। यदि नियमानुसार काम होगा तो शाबाशी मिलेगी। नहीं तो सजा तय की जाएगी।
-लोक सेवा केंद्र में मिली समस्या
श्री चौहान ने नगर पालिक परिषद कोलार में लोक सेवा केंद्र का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आवेदन करने वाले लोगों से बातचीत भी की। लोगों ने राशन कार्ड विलम्ब से मिलने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने कहा, मजदूरों का पंजीयन संवेदनशीलता के साथ किया जाए। मुख्यमंत्री ने प्रक्रियाओं की जानकारी लेते हुए संबंधित पंजी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने भारी भरकम तकनीकि शब्दों के उपयोग से बचने की सलाह देते हुए कहा, ऐसे शब्दों और भाषा का उपयोग करें जो आम लोग आसानी से समझ सकें। शिकायतकार्ता प्रेमनाराण सिंह घोषी ने श्री चौहान को बताया, उनकी भवन अनुज्ञा लंबित है। मुख्यमंत्री ने तत्काल शिकायत का निराकरण किया। श्री चौहान ने भवन अनुज्ञा के पंजी के साथ ही सम्पत्ति कर की पंजी का मिलान किया और उसके आधार पर आवेदन निराकृत करने को कहा। श्री चौहान ने ही उल्टा अधिकारियों को बताया, भवन निर्माण अनुज्ञा देने की समय-सीमा 60 दिन की है। उन्होंने विवाह और मृत्यु के प्रमाण-पत्र भी अविलम्ब जारी करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, जो आवेदक समय पर प्रमाण-पत्र लेने नहीं आ पाते। उन्हें डाक से प्रमाण-पत्र भेजने व्यवस्था करें।
-टीएंडसीपी में पहुंचे, लगाया जुर्माना
मुख्यमंत्री टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग के आॅफिस पहुंचे। उन्होंने विकास अनुज्ञा और कॉलोनाइजर्स लाइसेंस देने में होने वाले विलंब के करणों के संबंध में पूछताछ की। उन्होंने संयुक्त संचालक वीपी कुलश्रेष्ठ को अपने कक्ष में धूम्रपान करते पाए जाने पर जुर्माना लगाया। साथ ही हिदायत दी कि भविष्य में ऐसा नहीं करें। श्री चौहान ने निर्देश दिए कि पूरे सिस्टम को कम्प्यूटराइज्ड करें। पिछले छह महीनों में कितने आवेदन आए और कितने निराकृत किए इसकी जांच कर फाइल अपने पास बुलाई।
-नागरिक सुविधा केंद्र का निरीक्षण
श्री चौहान ने मनीषा मार्केट शाहपुरा में नगर पालिका के नागरिक सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने फाईलें देंखी और एक आवेदक गोपाल राव से मोबाईल पर बात की और पूछा कि किसी स्तर पर कोई परेशानी तो नहीं है या कोई स्टॉफ पैसे तो नहीं मांग रहा है। श्री गोपाल राव ने बताया कि उसे भवन निर्माण अनुज्ञा 22 दिन में ही मिल गई थी। मुख्यमंत्री ने नागरिक सुविधा केंद्र पर विभिन्न सुविधाओं के संबंधित पंजीयकों का निरीक्षण और आवेदन-पत्रों के निराकरण की स्थिति का परीक्षण करते हुये निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदन-पत्र पर आवेदक का मोबाइल नम्बर का कॉलम आवश्यक होना चाहिए कि ताकि किसी भी स्तर पर उससे बात की जा सकती है।
-सड़क गुणवत्ता की जांच
पत्रकार कॉलोनी, लिंक रोड-3 पर जैसे वह पहुंचे यहां सड़क का निर्माण कार्य चल रहा था। उन्होंने सड़क खुदवाकर गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने सड़क खुदवाई और डामर की मात्रा की जांच की। श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जहां सड़क बन रही है। वहां डामर की मात्रा की जांच करने वाली मशीनें रहना चाहिए और गुणवत्ता करने का जांच का रिकॉर्ड रखें। इस दौरान कलेक्टर निशांत वरवड़े और विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी कोमलसिंह मुख्यमंत्री के साथ थे।