भोपाल,
विधायक-नेताओं के साथ ठेकेदार भी आदर्श आचार संहिता का उल्लधन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को ऐसा दूसरा मामला सामने आया। ठेकेदार 11 नंबर स्टॉप स्थित सार्इं बोर्ड के पास सर्विस रोड पर बीते दो दिन से डामरीकरण का काम करा रहा था।
आचार संहिता के उल्लंघन मामले की जांच के लिए आरओ जीएस धुर्वे व नगर निगम के अपर आयुक्त प्रमोद शुक्ला को आदेश दिए गए थे। शिकायत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और अधिकारियों की टीम ने मौका मुआयना करते हुए काम रुकवा दिया। जांच में सामने आया कि ठेकेदार को सर्विस रोड के डामरीकरण के लिए पहले ही टेंडर मिल चुका था। यह टेंडर 4/9/13. को हुआ था, लेकिन उसने काम अब शुरू किया। जांच में यह भी सामने आया है कि ठेकेदार ने कुछ दिनों पहले ही गड्ढों को भरा है। इस कार्रवाई में जोन क्रमांक -11 के सिविल इंजीनियर भी घेरे में आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले शाहजहांनाबाद के संजय नगर में बिना वर्क आॅर्डर के एक ठेकेदार रोड निर्माण कर रहा था। उस पर भी आचार संहिता उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया जा चुका है।
विधायक-नेताओं के साथ ठेकेदार भी आदर्श आचार संहिता का उल्लधन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को ऐसा दूसरा मामला सामने आया। ठेकेदार 11 नंबर स्टॉप स्थित सार्इं बोर्ड के पास सर्विस रोड पर बीते दो दिन से डामरीकरण का काम करा रहा था।
आचार संहिता के उल्लंघन मामले की जांच के लिए आरओ जीएस धुर्वे व नगर निगम के अपर आयुक्त प्रमोद शुक्ला को आदेश दिए गए थे। शिकायत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और अधिकारियों की टीम ने मौका मुआयना करते हुए काम रुकवा दिया। जांच में सामने आया कि ठेकेदार को सर्विस रोड के डामरीकरण के लिए पहले ही टेंडर मिल चुका था। यह टेंडर 4/9/13. को हुआ था, लेकिन उसने काम अब शुरू किया। जांच में यह भी सामने आया है कि ठेकेदार ने कुछ दिनों पहले ही गड्ढों को भरा है। इस कार्रवाई में जोन क्रमांक -11 के सिविल इंजीनियर भी घेरे में आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले शाहजहांनाबाद के संजय नगर में बिना वर्क आॅर्डर के एक ठेकेदार रोड निर्माण कर रहा था। उस पर भी आचार संहिता उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया जा चुका है।