ज़ाकिर हुसैन
नई दिल्ली. हैदराबाद की फोरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट में पूरे मीडिया जगत की खबर को सही साबित कर दिया है कि भाजपा सांसद वरुण गांधी की भड़काऊ भाषण की सीडी असली होने के साथ-साथ भाजपा के सभी वरिष्ठ और खुद वरुण गांधी के भड़काऊ भाषण के बाद दिए गए सभी बयानों को झूठा साबित कर दिया है।
भाजपा को वरुण गांधी के भड़काऊ भाषण के बाद दिए गए सहारे ने भाजपा के कई मुस्लिम नेताओं को मुसलमानों के सामने बेसहारा कर दिया था, जिसका खामियाजा भाजपा को पूरे लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ा. साथ ही रामपुर लोकसभा क्षेत्र में मुख्तार अब्बास नकवी जैसे नेता को अपने ही चुनाव में मुसलमानों की अवहेलना का शिकार होना पड़ा और जिसका खामियाजा मुख्तार अब्बास नकवी को अपनी हार के रूप में भुगतना पड़ा.
आज वरुण गांधी, बी. एल. शर्मा जैसे नेताओं की वजह से भाजपा से जुड़े लगभग सभी मुसलमानों को अपने ही समाज में ठीक से बोलने का अधिकार भी प्राप्त नहीं है, जिसका खामियाजा भाजपा के साथ-साथ एनडीए के सभी घटक दलों को भुगतना पड़ा. गौरतलब है कि पिछले दो दिन से मुस्लिम भाजपा नेता भाजपा की कार्यकारिणी में अपनी भूमिका को लेकर भूचाल मचाए हुए हैं. यह पहला मौका है जब भाजपा का कोई भी मुस्लिम चेहरा अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहा है. गौरतलब है कि वरुण गांधी के ज़हर उगलने के बाद मुख्तार अब्बास नकवी और शाहनवाज़ हुसैन को मजबूरन अपने होठों पर टेप लगानी पड़ गई थी, पर अब सवाल यह उठता है कि भाजपा हमेशा से ही अपने आप को एक राष्ट्रवादी, अनुशासनवादी पार्टी का वक्तव्य देती आ रही है. अब जब फोरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट ने वरुण गांधी के साथ-साथ सभी वरिष्ठ नेताओं को राष्ट्रवादिता, अनुशासनवादिता और नैतिकवादिता के हाशिये पर ला खड़ा किया है.
गौरतलब है कि हैदराबाद की फोरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट से यह साबित हो गया है कि वरुण गांधी की भड़काऊ भाषण वाली सीडी असली है और उससे किसी भी तरह की कोई छेड़खानी नहीं की गई है.
वरुण गांधी के खिलाफ भड़काऊ भाषण के मामले में दर्ज मामले के जांचकर्ता दियोरिया थाने के कोतवाल मणिराम राव ने भड़काऊ भाषण वाली सीडी के बारे में अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी है। अब वरुण के खिलाफ मामले में आरोपपत्र दायर करने का रास्ता भी सरल हो गया है।
वरुण गांधी ने अपनी सफाई में सीडी को फर्जी करार दिया था और कहा था कि सीडी में उनकी आवाज नहीं है। उसके बाद जिला प्रशासन ने वह सीडी जांच के लिए हैदराबाद के फोरेंसिक लैब भेजी थी।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान गत सात और आठ मार्च को पीलीभीत संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी वरुण गांधी ने बमखेड़ा और देशनगर की चुनावी सभाओं में मुसलमानों के खिलाफ जमकर ज़हर उगला था. इस भड़काऊ बयान पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने वरुण गांधी के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर माहौल खराब करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। इन सभाओं की वीडियो रिकार्डिग की गई थी और सीडी बनाई गई थी, जिसमें वरुण को भड़काऊ भाषण देते हुए दिखाया गया था।
इस मामले की सच्चाई जानने के बाद क्या भाजपा वरुण गांधी को कांग्रेस की तर्ज़ पर पार्टी नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार की तरह बाहर का रास्ता दिखा देगी?