राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने आज यहां महिला स्व-सहायता समूहों के लिए मोबाइल मूल्य संवर्द्धित सेवाओं (वीएएस) और आईसीटी से संबंधित आजीविका कौशल के लिए दूरसंचार विभाग की शीर्ष परियोजना की शुरूआत की। इस अवसर महामहिम राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि एक मुख्य इंजन के रूप में संचार प्रौद्योगिकी के साथ वैश्वीकरण के फलस्वरूप विश्व की अर्थव्यवस्था से जुड़े क्रियाकलापों में सचमुच बहुत बड़ा बदलाव हुआ है। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी आय सृजन के विविध विकल्पों के लिए अत्यधिक अवसर उपलब्ध कराते हैं। समाज के सभी क्षेत्रों और वर्गों को आईसीटी के दायरे में शामिल किया गया है। मोबाइल फोन लोगों की आवाज को जोड़ते हुए ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच रहे हैं। सामान्य तौर पर यह माना जाता है कि जब लोगों की उनकी आजीविका के बारे में सूचना अथवा उनकी जीविका को प्रभावित करने वाले मुद्दे के बारे में सूचना तक पहुंच कायम होती है, तो इससे उनकी निर्णय कायम करने की क्षमता तथा आजीविका प्रबंधन की क्षमता मजबूत होती है।
उन्होंने कहा कि मोबाइल मूल्य संवर्द्धित सेवाएं (वीएएस) इस प्रकार तैयार की जा रही हैं, ताकि इससे महिलाओं को स्वास्थ्य, सामाजिक मुद्दे और सरकारी योजनाओं, आजीविका से संबंधित मुद्दे और सरकारी योजनाओं, आजीविका से संबंधित मुद्दे तथा प्रशिक्षण के बारे में उनके मोबाइल फोन के माध्यम से बहुत सी उपयोगी सूचनाएं दी जा सके। इसका उद्देश्य यह है कि लक्षित समूहों के कौशल और उसकी आजीविका में सुधार करके उन्हें फायदा पहुंचाना है। कुल मिलाकर ग्रामीण समुदाय की स्थानीय तौर पर मोबाइल मरम्मत और सौर मोबाइल चार्जिंग केंद्रों जैसी सुविधाओं तक पहुंच कायम की जाएगी। राष्ट्रपति महोदय ने इस योजना की सफलता की कामना की।