सोनाली बोस
आई एन वी सी
दिल्ली,
बीजेपी की तरफ से बेहद जल्दी ही पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम की घोषणा के लिये बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई जा सकती है। दरअसल बीजेपी और संघ को इस बात का अंदाजा नहीं था कि सारे नेताओं से मुलाकात के बावजूद आडवाणी इस तरह अड़ जाएंगे। ऐसे में राजनाथ सिंह समेत तमाम नेता अभी ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी पर फैसला सबकी सहमति से हो रहा है। उधर, आज राजनाथ सुषमा स्वराज से भी मुलाकात कर रहे हैं।
बीजेपी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर बड़ी सहमति बन गई है। इसकी औपचारिक घोषणा बीजेपी संसदीय बोर्ड के उनकी उम्मीदवारी को हरी झंडी दे दिए जाने के बाद शुक्रवार यानि कल की जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक कल ही मोदी के नाम का ऐलान हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक संघ मोदी के नाम पर अड़ गया है और मोदी के खिलाफ किसी भी विरोध को दरकिनार करने को तैयार है। संसदीय बोर्ड की बैठक में आडवाणी भी हिस्सा लेंगे।
ऐसे में राजनाथ जी का कहना है कि: अगले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा सभी सदस्यों से बातचीत के बाद की जाएगी। राजनाथ ने कहा कि हम हर किसी से बातचीत करने के बाद फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम उम्मीदवार के मुद्दे पर बीजेपी में कोई मतभेद नहीं हैं। सभी से बातचीत के बाद पीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। वहीं, पार्टी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कहा बातचीत जारी है और हम जल्द उम्मीदवार की घोषणा करेंगे। पार्टी में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर कोई विरोधाभास नहीं है। सब कुछ ठीक है।
कुछ शर्तेँ आडवाणी खेमे की भी हैं :
दरअसल, मोदी के उम्मीदवारी के ऐलान में पेंच फंस गया है। सूत्रों के मुताबिक आडवाणी खेमे की ओर से मांग की गई है कि मोदी मुख्यमंत्री पद छोड़े और कैंपन कमेटी का भी पद छोड़े तभी उनके नाम पर सहमति बन सकती है। आडवाणी कैंप का कहना है कि पार्टी हमेशा सामूहिक नेतृत्व पर भरोसा करती है।
पार्टी की बैठक में आडवाणी खेमे ने ये भी कहा कि आने वाले चुनावों से पहले उम्मीदवार घोषित करने का दबाव क्यों बनाया जा रहा है। आडवाणी खेमे का ये भी कहना था कि आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अगर मोदी को उम्मीदवार घोषित कर देंगे तो ये चुनाव व्यक्ति पर केंद्रित हो जाएगा जबकि हम कांग्रेस को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर सकते हैं। दरअसल राजनाथ सिंह मोदी विरोधी ब्रिगेड के उठाए सवालों में उलझ गए हैं।