आई.एन.वी.सी,,
लखनऊ,,
भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि विकास कार्यो एवं कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बुलाई गई मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक मखौल
बनकर रह गई है। आलम यह है किअपने द्वारा बुलाई गई इन बैठकों में स्वयं मुख्यमंत्री सम्मिलित होना उचित नहीं समझती। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि कानून व्यवस्था और विकास के मोर्चे पर यह सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई। राज्य की जर्जर कानून व्यवस्था व बढ़ते भ्रष्टाचार के लिए बसपा सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि प्रदेश विकास की दौड़ में दिनों दिन पिछड़ रहा है और मुख्यमंत्री का एकमात्र एजेण्डा केवल धन उगाही बनकर रह गया है। श्री पाठक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक का असली मकसद पूरे प्रदेश में विकास कार्यो के नाम पर हो रही लूट का हिसाब लेना बनकर रह गया है। प्रदेश विकास की दौड़ में पिछड़ गया है। आमजन को शिक्षा, सुरक्षा व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं भी सरकार मुहैया नहीं करा पा रही है। सरकारी योजनाएं लाभ देकर लाभ लेने की योजनाएं बन कर रह गई है । उन्होंने कहा कि दलित की रहनुमा बनकर सत्ता पर काबिज होने वाली बसपा सुप्रीमा मायावती के राज में सर्वाधिक उत्पीड़न दलितों का हुआ। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश में महिला उत्पीड़न खासतौर से बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हैं। वहींे दूसरी तरफ अनुसूचित वर्ग के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए भी राज्य सरकार की तरफ से कोई प्रयास नहीं किए गए। अब जब प्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के नाम पर राज्य की जनता को धोखा देने का प्रयास कर रही है।