वेलिंगटन. भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरे टेस्ट के ड्रा होने के साथ ही भारत ने 41 साल बाद न्यूज़ीलैंड में सीरीज़ जीत ली है और इसी के साथ भारत ने 41 साल बाद इतिहास दोहरा दिया है. आज से 41 साल पहले नवाब पटौदी की टीम ने न्यूज़ीलैंड को उसी की धरती पर हराया था और आज धोनी ने अपने धुरंदरों के साथ न्यूज़ीलैंड को हराकर ४१ साल पुराने जीत के अकाल को समाप्त कर दिया.
न्यूज़ीलैंड में भारत ने तीन मैचों की सीरीज़ में पहला मैच जीता था, जबकि दूसरा और तीसरा मैच ड्रा रहा. वेलिंगटन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के अंतिम दिन का खेल बारिश की वजह से बाधित रहा और ऐसे समय में खेल बंद हुआ जब भारत जीत से महज़ दो विकेट दूर था.
बारिश की वजह से न्यूज़ीलैंड तीसरा टेस्ट हारने से बच गया, जबकि न्यूज़ीलैंड इस टेस्ट के ड्रा होते ही सीरीज़ हार गया. गौरतलब है कि इससे पहले भारत ने 1968 में न्यूज़ीलैंड में सीरीज़ जीती थी. आखिरी टेस्ट के लिए गौतम गंभीर को मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने पहली पारी में 23 और दूसरी पारी में 167 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया और इसी मैच में राहुल द्रविड़ ने टेस्ट मैचों में सबसे अधिक कैच पकड़ने का विश्व रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया. साथ ही महेंद्र सिंह धोनी ने एक और जीत अपने नाम कर ली है.
मैच के ड्रा होने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कहना था कि टीम ने पांचों दिन अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन हम मौसम से नहीं लड़ सकते हैं. न्यूज़ीलैंड टीम के कप्तान डैनियल वेटोरी ने भारतीय टीम की तारीफ़ करते हुए कहा कि उन्होंने इस सीरीज़ से बहुत कुछ सीखा है जो आने वाले दिनों में दक्षिण अफ्रीका के दौरे में काम आएगा. भारत की इस जीत से देशभर के क्रिकेट प्रेमियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है.