पोस्ट पोल सर्वे से गद गद भाजपा रिजल्ट के बाद यानी 16 मई के बाद मिशन उत्तराखंड पर लग जायेगी ,जैसी ही भाजपा यहाँ दिल्ली में बहुमत प्राप्त करेगी तो वहीँ भाजपा उत्तराखंड संगठन को हरीश रावत सरकार गिराओ अभियान को भी हरी झंडी दे देगी ,अगर सूत्रों की माने तो अभी भाजपा पोस्ट पोल सर्वे पर यकीं तो कर रही हैं पर 2004 और 2009 कि तरहा पूरी तरहा आश्वस्त होकर कोई भी कदम उठाने में जल्द बाज़ी नहीं करना चाहती ,भाजपा को अन्दर खाने डर भी हैं कि अगर 2004 और 2009 कि तरहा ही सारे सर्वो की हवा निकल गयी तो उत्तराखंड में भी भाजपा को एक बार फिर मूह की खानी पड़ सकती हैं !
सूत्रों के हावाले से मिली जानकार पर यकीं करे तो उत्तराखंड भाजपा में शामिल हुयें कांग्रेस के पूर्व कद्दावर नेता सतपाल महाराज के खेमे में हरीश रावत सरकार गिराने की काफी उत्सुकता हैं ,सतपाल महारज के कांग्रेसी खेमे से भाजपा पूरी तरहा संपर्क में हैं ,सतपाल महाराज का कांग्रेसी खेमा भाजपा के एजेंट के तौर पर कांग्रेस की सरकार गिराने के लियें काम कर रहा हैं तो उधर उत्तराखंड सरकार की स्थिरता पर खतरे के किसी भी अंदेशे को लेकर कांग्रेस में अंदरखाने बेचैनी बढ़ गई है। बाहरी तौर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत व पार्टी के आला नेता भले ही सरकार पर संकट को भारतीय जनता पार्टी की हेकड़ी करार दे रहे हों, लेकिन इस संकट को लेकर चर्चाएं गरम होने से सरकार व संगठन के रणनीतिकार सियासी हालातो पर अपनी पैनी नजर बनाए हुयें हैं ताकि किसी भी हालत में हर परेशानी से सरकार को बचाया जा सके !
अभी फिलहाल विधानसभा में हालत कांग्रेस के पक्ष में है . कांग्रेस के पास खुद 33 विधायक हैं, जबकि बसपा के 3 और निर्दलीय 4 व् उक्रांद के 1 विधायक का समर्थन हरीश रावत सरकार को प्राप्त हैं पर अगर सूत्रों की माने तो सतपाल खेमे के विधायक अगर कांग्रेस को धोखा देते हैं तो एसे में सभी विधायक दल-बदल कानून के दायरे में आयेंगे और पार्टी छोड़ने दुबारा चुनाव होने की हालत में कांगेस को पूरी उम्मीद हैं की वोह फिर से इन सीटो पर कब्ज़ा कर लेंगे तो वहीँ दूसरी और भाजपा इन सभी दलबदल क़ानून के तहत आये विधायको को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारेगी और नरेदर मोदी की लहर इन सभी विधायको के साथ साथ उत्तराखंड भाजपा कि नय्या पार लगा देगी !