आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली,
योग गुरु बाबा रामदेव सीमा सुरक्षा बल के जवानों और परिजनों को बाबा रामदेव योग की षिक्षा देने जा रहे हैं।
विदित हो कि सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी और जवान अत्यंत ही विशम और दुरूह परिस्थितियों में रहते हुए सीमाओं के साथ-साथ देष के अंदरुनी भागों में भी अपने कर्तव्यों को अंजाम देते हैं। ऐसे में योग का नियमित अभ्यास उन्हें तनाव रहित रहकर अपने कर्तव्यों को भली-भांति निभाने में पूर्णतया कारगर सिद्ध होगा।
सीमा सुरक्षा बल के छावला, नई दिल्ली स्थित द्रोणाचार्य स्टेडियम में दिनांक 16 अक्टूबर 2015 से आयोजित होने वाले योग षिविर को संचालित करने के लिये बाबा रामदेव आज दिल्ली पधार रहे हैं।
कल से षुरू होने वाला यह योग षिविर दो सत्रों में आयोजित किया जायेगा। प्रातः 0500 बजे से प्रारंभ होने वाले पहले सत्र में बाबा रामदेव सीमा सुरक्षा बल के जवानों और उनके परिजनों को योग से संबंधित जानकारी देंगे, जबकि 1100 बजे से प्रारंभ होने वाले दूसरे सत्र में स्कूली छात्र/छात्राएं योग गुरु से योग का पाठ सीखेंगे।
दूसरे दिन, यानि कि दिनांक 17.10.2015 को यह षिविर सीमा सुरक्षा बल के भोंडसी, गुड़गांव ( हरियाणा ) में आयोजित किया जायेगा, जहां सीमा सुरक्षा बल की 150वीं बटालियन तैनात है।
गौर तलब है कि सीमा सुरक्षा बल वर्श 2015 में अपनी स्थापना के 50 वर्श पूरे कर रहा है और स्वर्ण जयंती वर्श के उपलक्ष्य में कई महत्वपूर्ण और विषिश्ट कार्यक्रमों/अभियानों का आयोजन कर रहा है।
आयोजनों की इन महत्वपूर्ण कड़ियों में सीमा सुरक्षा बल अपने अधिकारियों/जवानों को योग का प्रषिक्षण देने के लिये और उससे लाभान्वित होने के लिये बाबा रामदेव को आमंत्रित कर योग षिविर का आयोजन कर रहा है।
‘‘इस आयोजन का उद्देष्य सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों को षारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रखना है।’’
ज्ञात हो कि नियमित योगाभ्यास से जवानों के आत्म नियंत्रण और आत्मानुषासन सरीखे गुणों में वृद्धि तो होगी ही, नियमित योग उनमें अपनी जिम्मेवारियों के प्रति उच्च कोटि की चेतना का भाव भी जाग्रत करेगा। इस अवसर पर दिनांक 17.10.2015 को योग गुरु बाबा रामदेव महानिदेषक सीमा सुरक्षा बल श्री देवेन्द्र कुमार पाठक, भारतीय पुलिस सेवा, अन्य वरिश्ठ अधिकारियों व जवानों और उनके परिजनों की उपस्थिति में 150वीं बटालियन, सीमा सुरक्षा बल के भोंडसी, गुड़गांव (हरियाणा) के भव्य परिसर में बल के वीरता पदक विजेताओं को सम्मानित भी करेंगे।
इस षिविर के द्वार सीमा सुरक्षा बल के कार्मिकों के साथ-साथ आम नागरिकों के लिये भी खुले हैं।
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