राँची,
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार ने राज्य के आदिम जनजाति आबादी बहुल गांवों में आधारभूत संरचना के विकास हेतु आदिम जनजाति विकास प्राधिकार का गठन किया जायेगा। प्राधिकार के माध्यम से आदिम जनजाति के लोगों के विकास के लिए अलग से राशि का प्रावधान किया जायेगा। सड़क, बिजली समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं विकसित की जायेंगी। मुख्यमंत्री आज विकास भारती द्वारा आयोजित आदिम जनजातीय महिला पंचायत को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि आदिम जनजाति समाज का सबसे पिछड़ा तबका है। हमारा लक्ष्य है कि उनके चेहरे पर मुस्कान आये। सरकार गांव में स्कूल, छात्रावास बनायेगी, ताकि बच्चों को पढ़ाई करने के लिए दूर न जाना पड़े। चार साल में झारखंड की तसवीर और तकदीर दोनों बदलेगी, सरकार इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आदिम जनजाति महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक मदद की जायेगी साथ ही आदिम जनजाति के पढ़े-लिखे युवक-युवतियों को स्वरोजगार के लिए दो-दो लाख रुपये का ऋण देने का भी प्रावधान किया गया है। गरीब महिलाओं को दो-दो गाय दिया जा रहा है ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
मुख्यमंत्री श्री दास ने आदिम जनजाति समुदाय के पढ़े-लिखे युवक-युवत्तियों का आह्वान किया कि अपने-अपने गांवों में स्वयं सहायता समूह बनायें। सरकार कौशल विकास केंद्र के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षित करेगी। मुद्रा योजना के तहत उन्हें 50 हजार रुपये तक का बैंक लोन भी आसानी से मिल जायेगा। लड़कियों की शादी 18 साल से पहले नहीं करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि पहले पढ़ाई फिर विदाई। लड़कियों को पढ़ा लिखा कर सक्षम बनायें। राज्य में अभी लगभग 2.12 लाख आदिम जनजाति लोगों की आबादी है। इसमें सभी परिवार के वृद्धों को वृद्धा पेंशन, लाल कार्ड आदि दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण पर जोर दे रही है। बिना महिलाओं के विकास के राज्य व देश का विकास संभव नहीं है। महिलाओं के प्रति सोच बदलने की जरूरत है। भारत की संस्कृति में महिलाओं का विशेष स्थान है। जिस समाज में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता है, वह समाज कभी विकासित नहीं हो सकता। नारी और पुरुष में किसी प्रकार का द्वंद्व न हो, यही हमारी परंपरा और संस्कृति है।
कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गीता कोड़ा, श्रीमती गंगोत्री कुजूर, मेयर आशा लकड़ा, विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत, विकास भारती के अध्यक्ष श्री के0के नाग समेत बड़ी संख्या में झारखंड के विभिन्न जिलों से आयीं आदिम जनजातिय समुदाय की महिलाएं उपस्थित थीं।