नरेन्द्र मादी: 21 वीं सदी का नायक ‘‘ पुस्तक का लोकार्पण

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दिल्ली,

राष्ट्र चिंतक चिंतक और प्रसिद्ध स्तभंकार  श्री विष्णु गुप्त ने कहा है कि गुजरात दंगों में नरेन्द्र मोदी की कोई नकारात्मक या संहारक भूमिका नहीं थी, गुजरात दंगों के लिए अगर कोई दोषी है तो वह है सोनिया गांधी, सोनिया गांधी की अघ्यक्षतावाली राष्टीय सलाहकार परिषद, वामपंथी जमात, जातिवादी राजनीतिक पार्टियां, और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष तबका जो विदेशी पैसे पर देश विरोधी व बहुसंख्यक आबादी के खिलाफ सक्रिय रहते हैं। श्री विष्णु गुप्त ने अपनी बात के समर्थन में तर्क देते हुए कहा कि जब कोई बड़ी घटना घटती है, बडी संख्या में लोग मारे जाते हैं तब स्वार्थ व तुष्टिकरण की राजनीति अमान्य है,खतरनाक है, संहारक है। गोधरा कांड में 75 से ज्यादा राम कारसेवकों को जिंदा जला दिया गया था, गोधरा कांड पर संयम की जरूरत थी पर कांग्रेस, वामपंथी राजनीतिक पार्टियां और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष तबका ने गोधरा कांड में मारे गये राम कारसेवकों को ही दोषी और अपराधी ठहरा दिया गया, इनका कहना था कि राम कारसेवक अपराधी थे, इसलिए उनकी हत्या पर शोर मचाने की जरूरत नहीं है तीस्ता सीतलवाड़ ने यहां तक कह डाला था कि राम कारसेवक जलाने के ही पात्र थे। ऐसी करतूत ने गुजरात की बहुसंख्यक आबादी के बीच जहर घोली थी। श्री विष्णु गुप्त अपनी पुस्तक ‘नरेन्द्र मोदी: 21 वीं सदी का नायक ‘ के विमोचन समारोह में मुख्य वक्ता के तौर पर यह विचार रख रहे थे। पुस्तक का लोकार्पण हिन्दू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा नंदकिशोर मिश्र, भाजपा नेता व संत महेश गिरि और सीए दीनदयाल अग्रवाल, राकेश कुमार आर्य ने सम्मिलित रूप से किया।

श्री गुप्त ने कहा कि गोधरा कांड के बाद बहुसंख्यक आबादी को अपमानित करने की करतूत नहीं होती तो गुजरात में इतनी बड़ी प्रतिक्रिया नहीं होती। अल्पसंख्यक आबादी को गोधरा कांड के अभियुक्तों के खिलाफ आगे आकर विरोध करना चाहिए था। अहमद बुखारी, सलमान खुर्शीद मुस्लिम नेता भी गोधरा कांड पर आंसु बहाये होते और  अगर अल्पसंख्यक आबादी ऐसा करती तो निश्चित तौर प्रतिक्रिया ग्रासी नहीं बनती। गोधरा कांड में मारे गये लोगों के परिजनों को निराशा हुई और वे अपमानित महसूस  कर रहे थे, उन्हें यह भी लगा कि न्याय की उम्मीद नहीं है। जब न्याय की उम्मीद मरती है तब कोई भी व्यक्ति हथियार उठा लेता है, कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाता है। श्री गुप्त ने कहा कि गुजरात दंगे में सिर्फ अल्पसंख्यक आबादी ही ग्रासी नहीं बनी थी। अल्पसंख्यक आबादी भी हिंसक थी, अल्पसंख्यक आबादी भी नरसंहारक बनी थी, अल्पसंख्यक आबादी भी बलात्कार जैसी घिनौनी करतूत की जिम्मेदार थी। गुजरात दंगे में 300 हिन्दू भी मारे गये थे, हिन्दुओं की संपत्तियां भी लूटी गयी थी पर मीडिया और सरकार गुजरात दंगे में मारे गये 300 हिन्दुओं के परिजनों की व्यथा और न्यया की बात नहीं करती है। गुजरात दंगे में मारे गये हिन्दू परिजनों को अब तक पर्याप्त सम्मान तक नहीं मिला है। मीडिया भी गुजरात दंगों मे मारे गये हिन्दुओं का जिक्र नहीं करता है।

श्री गुप्त ने कहा कि उन्होंने यह किताब इसलिए लिखी है और नरेन्द्र मोदी को नायक इसलिए घोषित किया है कि देश की सुरक्षा और देश की अस्मिता सुरक्षित रहे। भूख-बेकारी और गरीबी के खिलाफ एक सशक्त जंग जारी रहे, कारपोरेट लूट और भ्रष्टचार के खिलाफ नरेन्द्र मोदी एक सशक्त सरकारी अभियान चलायेंगे। नरेन्द्र मोदी गुड गर्वर्नेश की बात करते हैं। अच्छी सरकार न केवल भूख, बेकारी, गरीबी और भ्रष्टचार पर अंकुश लगायेगी बल्कि अच्छी सरकार देश की सीमाओं और देश की अस्मिताओं का संरक्षण कर सकती है। श्री गुप्त ने कहा कि कोई अच्छी सरकार कांग्रेस की बुरी सरकार की तरह सीमा पर सैनिकों का सिर नहीं कटवा सकती है बल्कि अपने सैनिकों की एक सिर की जगह दुश्मन देश के सैनिकों के सैकड़ो सिर काट लेगी। जैसा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान मे किया। श्री विष्णुगुप्त ने कहा है कि मैंने अपनी पुस्तक में नरेन्द्र मोदी को कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का सिद्धांत दिया है। मेरे द्वारा दिये गये सिद्धांत पर नरेन्द्र मोदी कांग्रेस मुक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं।

संत और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री महेश गिरि ने कहा कि विष्णु गुप्त जी ने किताब में कई साजिशों का भंडाफोड किया है। मीडिया ने नरेन्द्र मोदी को हमेशा खलनायक के तौर पर प्रस्तुत किया है। मीडिया का यह पक्ष नकारात्मक है। मीडिया को ट्रेडर्स बनने से बचना चाहिए। नरेन्द्र मोदी को जनता ने नायक मान लिया है। उन्होंने कहा कि देश के विकास और उन्नति के रास्ते को कांग्रेस ने बाधित किया है।

संत और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र ने कहा कि कोई नायक ही कह सकता है कि देश नहीं टूटने दूंगा, देश नहीं बिकने दूंगा, देश नहीं झुकने दूंगा। नायक कोई एक दिन में नहीं बनता है। नरेन्द्र मोदी ने 17 साल की उम्र से ही नायक बनने का कर्तव्य कर रहे हैं। श्री मिश्र ने कहा कि जब भाजपा के नेता भी नरेन्द्र मोदी का नाम नहीं लेना चाहते थे तब से विष्णु गुप्त नरेन्द्र मोदी के पक्ष में खड़े हैं। उन्होंने कहा कि विष्णु गुप्त की यह पुस्तक हिन्दू विरोधी साजिशों का पर्दाफाश करती है। कार्यक्रम का संचालन श्री राकेश कुमार आर्य ने किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध कवि गजेन्द्र सोलंकी ने नरेन्द्र मोदी पर गीत सुनाये। कार्यक्रम में सी ए और भाजपा नेता दीन दयाल अग्रवाल, लक्ष्मी नारायण भाला सहित कई गणमान्य हस्तियां उपस्थित थी।
श्री विष्णुगुप्त की पुस्तक ‘ नरेन्द्र मोदी: 21 वीं सदी का नायक ‘ 310 पेज की है। पुस्तक की भूमिका केपीएस गिल और बाबा रामदेव ने लिखी। पुस्तक में गोधरा कांड की सजिश, कांग्रेस कठपुतलियों पर विस्तार से चर्चा हुई है। कांग्रेस कठपुतलियों को गुजरात और नरेन्द्र मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए सैकड़ों करोड़ रूपये मिले हुए हैं। पुस्तक में सीधे तौर पर हर्षमंदर, तीस्ता सीतलवाड़ और मलिका साराभाई के विदेशों से पैसे लेने की करतूत का पोल खोला गया है।

कौन हैं विष्णुगुप्त …….
विष्णुगुप्त गुप्त आपातकाल के दौरान बाल सत्याग्रही रहे हैं। पहले समाजवादी और फिर राष्ट्रवादी चिंतक बने है। समाजवादी-झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका रही है। पत्रकारिता में30 सालों से डटे हुए हैं। इस दौरान संवाददाता से लेकर संपादक तक की भूमिका निभायी है। फिलहाल 112 हिन्दी अखबारों में नियमित काॅलम लिखते हैं। नरेन्द्र मोदी पर इन्होंने लगभग 200 से अधिक लेख लिखे हैं।

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