आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
राजस्थान विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने पारिवारिक उन्नति, सामाजिक कल्याण और आंचलिक विकास के लिए शिक्षा और जागरुकता को सर्वापरि बताया है और ग्रामीणों का आह्वान किया है कि वे अपने बच्चों को उच्चतम स्तर तक शिक्षित-प्रशिक्षित करें और उनका भविष्य सँवारे।
विधानसभाध्यक्ष डॉ. जोशी ने शनिवार को नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत घोड़च ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित ग्रामीण संवाद एवं जनसुनवाई कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित ग्राम्य स्त्री-पुरुषों से यह आह्वान किया।
डॉ. जोशी ने विभिन्न विभागांंे के अधिकारियों से ग्रामीण विकास के लिए किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी ली और ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए इनके निराकरण के लिए संबधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल, जिला परिषद् की मुख्य कार्यकारी अधिकारी निमिषा गुप्ता, उपखण्ड अधिकारी निशा, विकास अधिकारी लादूराम विश्नोई सहित विभिन्न विभागों के जिला एवं ब्लॉकस्तरीय अधिकारी एवं कार्मिक, जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण स्त्री-पुरुष उपस्थित थे। विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने कृषि विभाग की ओर से 2 किसानों को कृषि यंत्रों का वितरण किया।
ग्राम्य समस्याओं का खात्मा
विधानसभाध्यक्ष ने तीन घण्टे से भी अधिक समय तक जनता की समस्याओं को सुना तथा इनके बारे में अधिकारियों का पक्ष जानने के बाद जल्द से जल्द समस्याओं के समाधान के सख्त निर्देश दिए और कहा कि दी गई समय सीमा में यह कार्य हो जाने चाहिएं। कई समस्याओं का हाथों-हाथ निर्णायक समाधान हो जाने पर ग्रामीण फूले नहीं समाये और उन्होंने विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी का आभार जताया।
सड़क और पेयजल के लिए बड़ी घोषणाएं
डॉ. जोशी ने ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की और कहा कि ग्रामीणों की मांग तथा आवश्यकता को देखते हुए घोड़च से पीपड़ तक एक करोड़ रुपए की लागत से ढाई किलोमीटर लम्बी सड़क बनाई जाएगी। इसी कुण्डेश्वर महादेव पर 58 लाख रुपए की धनराशि वाली जल योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसके अन्तर्गत ट्यूब वैल व पाईपलाईन स्थापित की जाएगी। इससे कुण्डा, मालबस्ती, भील बस्ती, सोलंकियों का भीलवाड़ा आदि 5 बस्तियों में रहने वाले 1400 लोगों को पीने के पानी की सुविधा मुहैया होगी।
शिविर लगाकर दी जाएगी राहत
डॉ. जोशी ने घोड़च ग्राम पंचायत में सन 2005 से पूर्व से जमीन पर काबिज ग्रामीणों को पट्टे देने तथा नीले कार्ड धारी ग्रामीणों को राशन सुविधा से जोड़ने के निर्देश दिए। इस पर जिला कलक्टर ने बताया कि आगामी सोमवार-मंगलवार को घोड़च में ही शिविर लगाकर संबंधित अधिकारियों द्वारा यह कार्यवाही संपादित की जाएगी। विधानसभाध्यक्ष ने चरनोट भूमि पर बसे ग्रामीणों से कहा कि उन्हें पट्टे नहीं दिए जा सकते। ऎसे लोगों के अवैध कब्जों को हटाने की कार्यवाही बरसात के बाद अमल में लाई जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे चरनोट भूमि पर अतिक्रमण न करें।
सभी विभागों को दिए व्यापक दिशा-निर्देश
विधानसभाध्यक्ष ने ग्रामीणों के उत्थान, सामाजिक सरोकारों व सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं और कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार-प्रसार, ग्राम सभाओं और बैठकों में इनके बारे में जानकारी देने, आंगनवाड़ी केन्द्रों की सेवाओं में सुधार तथा आवश्यकता के अनुरूप नवीन आंगनवाड़ी केन्द्र खोलने के प्रस्ताव लेने, राईया गांव को उदयपुर की बजाय राजसमन्द जिले के बिजली विभाग से जोड़ने, ग्रामीणों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय सेवाओं व सुविधाओं का पूरा-पूरा लाभ देने, रात के समय गांवों में चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता के मद्देनज़र चिकित्सक अथवा पेरामेडिकल स्टाफ की स्वास्थ्य केन्द्र में मौजूदगी सुनिश्चित करने, महानरेगा और अन्य योजनाओं में बैेंकों से भुगतान की प्रक्रिया को सरल एवं पारदर्शी बनाने, महानरेगा में जरूरतमन्द ग्रामीणों को रोजगार देने, शिविर लगाकर अधिक से अधिक श्रमिकों के कार्ड बनाकर श्रमिकों को श्रम कल्याण योजनाओं से लाभान्वित करने, क्षेत्रवासियों के लिए निकटतम केन्द्र से कुकिंग गैस मुहैया कराने आदि के निर्देश दिए।
विधानसभाध्यक्ष ने ग्राम्य विकास और समस्या निवारण के लिए ग्राम पंचायत को और अधिक बेहतरी से काम करने पर जोर दिया और कहा कि जहां कहीं गड़बड़ी दिखती है वहावं सख्त कदम उठाये जाये।
जल प्रबन्धन है सर्वोच्च प्राथमिकता पर
पेयजल पर चर्चा के दौरान क्षेत्र में हैण्डपंप खराब होने, वाघेरी से आने वाले पानी के सही वितरण न होने आदि की शिकायतें सामने आने पर ग्राम सेवक तथा जलदाय अधिकारियों से कहा कि वे तीन दिन में अवैध कनेक्शन हटाएं और जल वितरण में आ रही सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करें, हैण्डपम्पों का भौतिक सत्यापन करें और खराब हैण्डपंपों की तत्काल मरम्मत कराएं और इनका सत्यापन वार्ड पंचों से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे ऋण माफी योजना के बारे में सतर्क रहें, अपने खातों व ऋण के बारे में पूरी जानकारी रखें।