अमेरिका की शीर्ष दवा बनाने वाली कंपनी फाइजर के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट का विचित्र बयान ने कंपनी के लिए बड़ी असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। शुक्रवार को फाइजर ने अमेरिका से अपने कोविड-19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन मंजूरी की अनुमति मांगने की बात कही। घातक कोरोना वायरस से बचाव के लिए जहां दुनिया में बेसब्री से वैक्सीन का इंतजार हो रहा है वहीं शीर्ष फर्माक्यूटिकल कंपनी फाइजर के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट ने वैक्सीन के बारे में बात करने तक को ‘मूर्खता’ बताते हुए कहा है कि इसकी आवश्यकता ही नहीं है।
एक ओर जहां फाइजर अपने वैक्सीन के रिलीज को लेकर सुर्खियों में रहा वहीं इसके पूर्व वाइस प्रेसिडेंट व मुख्य वैज्ञानिक ने अजीबो-गरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि महामारी कोविड-19 के खात्मे के लिए किसी वैक्सीन की जरूरत नहीं है। एक रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टर माइकल येदोन ने कहा, ‘महामारी को जड़ से मिटाने के लिए किसी वैक्सीन की आवश्यकता नहीं है। मैंने कभी भी वैक्सीन की मूर्खता वाली बातें नहीं सुनी है।’ उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों पर बीमारी का खतरा नहीं है आप उन्हें वैक्सीन नहीं दें। आप यह भी प्लानिंग न करें कि लाखों स्वस्थ लोगों को वैक्सीन दी जाए।’ ब्रिटेन की सरकारी एजेंसी सेग (सांइटिफिक एडविसर ग्रुप फार इमरजेंसीज) की आलोचना के बाद उनका यह बयान आया है। बता दें कि एजेंसी को आपातकाल में केंद्र सरकार को सलाह देने का काम दिया गया था। जानकारी के अनुसार, ब्रिटेन में पब्लिक लॉकडाउन को लागू करने और इसके तहत नियमों का निर्धारण करने के क्रम में सेग की भूमिका अहम रही। येदोन ने सेग द्वारा महामारी को लेकर प्रकट की गई पूर्वधारणाओं में मौलिक त्रुटियों का जिक्र किया और कहा कि इसके कारण देश में लोग पिछले सात महीनों से परेशान और बेचैन हैं। सेग ने कहा कि हर कोई संवेदनशील है ओर केवल 7 लोग संक्रमित हो रहे हैं। पिछले शुक्रवार को फाइजर ने ऐलान किया था कि यह अमेरिकी नियामकों से अपने कोविड-19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन मंजूरी चाहता है जो कोरोना संक्रमण से बचाव में 95 फीसद प्रभावी है। PLC.