जाकिर हुसैन ,,
आई.एन. वी. सी.,,
दिल्ली,,
मुंबई में अमेरिका के लिए कारोबारी फायेदा करने के बाद जब ओबामा दिल्ली पहुचे तो
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने काफिले के साथ ओबामा स्वागत करने के लियें खुद मोजूद थे ,
मनमोहन -ओबामा गले मिले , मिले जैसे कोई जामने बाद किसी को मिलता है ,,
ओबामा ने हुमायु के मकबरे देखा और उसकी बनाबत को सरहाया ,साथ ही वहाँ काम करने वाले मजदूरों के बच्चो को तोहफे भी दियें ,लेकिन हर बार की तरहा अमेरिका पाकिस्तान पर कन्नी कट्टा ही नज़र आया , हमेशा की तरहा पकिस्तान को लेकर अमेरिका जबाब किसी पहले याद किये पाठ की तरहा ही था ! जब की पूरी दुनिया को पाकिस्तानी करतूत के बाते में पता !
ओबामा के सम्मान में प्रधानमंत्री ने रात्रि भोज का आयोजन किया गया । जहां भारत की जानी- मानी हस्तियाँ मोजूद थी ,
आज का दिन भारत के लियें ख़ास है यानि आठ नवंबर को राष्ट्रपति भवन में उनका पारंपरिक स्वागत किया जाएगा। इसी दिन दोपहर को वे प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय आदि विषयों पर चर्चा करेंगे। चर्चा में प्रधानमंत्री का सहयोग वित्त, कृषि, रक्षा, गृह, विदेश, मानव संसाधन, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेश सचिव श्रीमती निरुपमा रॉव और अमेरिका में भारत के राजदूत करेंगे।
दोनों नेता संयुक्त प्रेस वार्ता को भी संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति ओबामा, उपराष्ट्रपति, प्रतिपक्ष के नेता और संप्रग की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से भी भेंट करेंगे। शाम को संसद के केंद्रीय कक्ष में वे दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। महामहिम राष्ट्रपति उनके सम्मान में राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज देंगी। नौ नवंबर को वे इंडोनेशिया के लिए प्रस्थान करेंगे।
राष्ट्रपति ओबामा के आगमन पर भारत उनके साथ दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा करेगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री उनके साथ वैश्विक आर्थिक परिस्थिति, आतंकवाद के खतरे, पड़ोस में व्याप्त चुनौतियां तथा एशिया में सतत सुरक्षा, स्थायित्व और समृद्धि सहित तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

Laughter and tears are both responses to frustration and exhaustion. I myself prefer to laugh, since there is less cleaning up to do afterward.