देहरादून। राज्य में मानसून के तेजी पकड़ते ही सड़कों के बंद होने का सिलसिला शुरू हो गया। यमुनोत्री हाइवे बीते तीन दिनों से झज्जर गाड़ में तीन दिन से बंद है। जबकि गंगोत्री हाइवे मंगलवार को धरासू और बदरीनाथ हाइवे ऋषिकेश-श्रीनगर के बीच भूस्खलन के कारण बाधित रहा। इसके साथ ही भूस्खलन और मलबे के कारण राज्य की 97 सड़कों पर यातायात बंद हो गया। यमुनोत्री हाईवे पर रानाचट्टी के पास झज्जर गाड़ शनिवार को सड़क का 30 मीटर हिस्सा बह गया था। उसे अब तक ठीक नहीं किया गया है। मंगलवार को ऋषिकेश-श्रीनगर और ऋषिकेश-टिहरी हाईवे कई स्थानों में मलबा आने से बार बार बंद होता रहा।
श्रीनगर-ऋषिकेश मार्ग पर रात में नहीं चलेंगे वाहन
ऋषिकेश। ऋषिकेश-श्रीनगर मार्ग पर रात के समय वाहन नहीं चलेंगे। बरसात में भूस्खलन के चलने प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। बुधवार से शाम सात बजे से तड़के चार बजे तक मार्ग पर वाहनों की आवाजाही 14 अगस्त तक बंद रहेगी।
कुमाऊं में भी दो दर्जन सड़कें बंद
लगातार जारी बारिश के कारण मंगलवार को पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर में 25 से अधिक बंद हो गईं। धारचूला में नदी का रुख बदलने से धामी गांव का संपर्क धारचूला मुख्यालय से कट गया।
उत्तराखंड के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के आठ जिलों में 10 और 11 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि, 10 और 11 जुलाई को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, हरिद्वार, नैनीताल, अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। जबकि, 8 और 9 जुलाई को भी देहरादून, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल जिलों में भारी बारिश की संभावना है। PLC.