अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक की अध्यक्षता में हिन्दू महासभा भवन में आयोजित हिन्दू संगठनों की बैठक में यमुना के नये पुल पर फूल-मूर्ति विर्सजन में बाधा डालने के लिये नये सीरे से लगाये जा रहे बैरिकेट को हिन्दू धर्म पर हमला बताया गया।
बैठक में दारा सेना के अध्यक्ष मुकेश जैन ने बताया कि हम हिन्दू भक्तजन यमुना पुलों से आवागमन करते हुए पुल पर ही हाथ जोडकर रुपये 2 रुपये या फूल बताशे हाथ में लेकर यमुना मैय्या का पूजन अर्पन सदियों से करते आ रहे हैं। जिसमें सोनिया गांधी के ईसाई शासन के दौरान कुछ हिन्दूद्रोही सी आइ ए की आतंकवादी मिश्निरी ताकतों ने विघ्न डालने के लिये यमुना में बैरिकेट लगावा दिये थे, किन्तु हाल ही में मोदी के धार्मिक आजादी के माहौल में भक्तजनों ने यमुना मैय्या के पूजन और दर्शन में बाधा डाल रहे इन बेरिकेटो को हटाकर अपने संवैधानिक धार्मिक मूल अधिकारों की रक्षा की।
बैठक में हिन्दू महासभा के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक ने मोदी सरकार को बधाई दी कि सरकार ने हिन्दू संगठनों के निवेदन को स्वीकार करते हुए न तो दीवाली के पटाखों के खिलाफ कोई अभियान चलाया और न ही दुर्गापूजा के दौरान मूर्ति विर्सजन के धार्मिक आयोजन में कोई बाधा डाली।
बैठक में वानर सेना के अध्यक्ष संव राठौड ने हिन्दू संगठनों का आह्वान किया कि वें सभी नये पुल पर चलकर यमुना दर्शन व पूजन में नये सीरे से डाली जा रही बाधाओं को दूर करके धर्म की रक्षा करें।
हिन्दू संगठनों ने केन्द्र सरकार व दिल्ली के उपराज्यपाल से अनुरोध किया कि वें यमुना मैय्या के नये पुल पर लगाये जा रहे बैरिकेट पर तत्काल रोक लगाकर धार्मिक कार्यो के प्रबन्धन के धार्मिक संस्थाओं के मौलिक अधिकार 26.ख की रक्षा करायें।