आई एन वी सी,
जयपुर,
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि जनजाति, माडा एवं सहरिया क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न विभाग समन्वय कर विशेष योजना बनाएं ताकि आदिवासियों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल सके और वे विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकें। श्रीमती राजे शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से दिए गए प्रस्तुतीकरण की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने 60 दिवसीय कार्य योजना के साथ-साथ विभाग की पांच वर्ष की योजना पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा पर विशेष जोर देते हुए विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी सहित अन्य विषयों के शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के प्रयास किए जाएं। क्षेत्र के युवाओं के लिए खेल गतिविधियों के साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएं जाएं। इन क्षेत्रों में स्थानीय आवश्यकताओं को देखते हुए आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास खोले जाएं। श्रीमती राजे ने कहा कि जनजाति क्षेत्रों में कृषि के विकास के लिए स्थानीय आदिवासियों की मांग के अनुरूप ही खाद-बीज व सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जो वहां की स्थानीय जलवायु के अनुकूल हों। बैठक में बताया गया कि जनजाति क्षेत्र में हॉकी एवं तीरंदाजी के प्रशिक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल अकादमी विकसित करने के लिए जमीन चिन्हित की जाएगी ताकि यह अकादमी निश्चित समयावधि में अस्तित्व में आ सके। कथौड़ी जनजाति के परिवारों के लिए पक्के आवास हेतु कार्य योजना बनाई जाएगी तथा जनजाति एवं सहरिया क्षेत्र की प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रामीण युवा केंद्र के लिए जमीन आवंटन की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जनजाति क्षेत्र्ीय विकास मंत्री श्री नन्दलाल मीणा, मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री सुभाष गर्ग, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री सुदर्शन सेठी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन श्री सुबोध अग्रवाल, प्रबंध निदेशक डेयरी विकास निगम श्री प्रीतम सिंह सहित जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।