दिल्ली,
कानून मंत्री सोमनाथ भारती और दिल्ली महिला आयोग के बीच जारी तनाव अब काफी व्यापक रूप ले चुका है। इसी सिलसिले मेँ सोमनाथ भारती ने शनिवार को कहा कि उन पर लगे सभी आरोप झूठे हैं और दिल्ली महिला आयोग (डीसीड्ब्ल्यू) द्वारा उनके खिलाफ उठाया गया कदम उन्हें बदनाम करने के लिए रचा जा रहा षडयंत्र और राजनीति से प्रेरित है।
ग़ौर तलब है कि क़ानून मंत्री का समर्थन कर रही आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि डीसयू प्रमुख का राजनीतिक उद्देश्य है और आप पद के राजनीतिकरण का मज़बूती से विरोध करता है। दिल्ली के कानून मंत्री मामले की जांच के संबंध में शुक्रवार को महिला आयोग के समक्ष पेश नहीं हुए। आयोग ने इसके बाद कहा था वह इस मामले को उपराज्यपाल नजीब जंग के सामने उठाएगा। डीसीडब्ल्यू के सदस्यों और मंत्री के वकील के बीच इस दौरान बहस भी हुई। डीसीडब्ल्यू अफ्रीकी महिलाओं की संलिप्तता वाले मादक पदार्थो की तस्करी व देह व्यापार के कथित मामले के खिलाफ कार्रवाई करने की जांच कर रही है।
सोमनाथ भारती ने कहा कि बरखा सिंह कांग्रेस सदस्य हैं और वह राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रही हैं। कानून मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। यह मुझे बदनाम करने का षड्यंत्र है। यह बिल्कुल गलत और अफसोसजनक है।” मंत्री का बचाव करते हुए आप ने वक्तव्य जारी कर कहा, “आप, डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष द्वारा पद के राजनीतिकरण का मज़बूती से विरोध करता है। कांग्रेस की पूर्व विधायक और डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष की मामले पर विवाद खड़ा करने की कोशिश स्पष्ट रूप से उनके राजनीतिक उद्देश्य को दर्शाती है।” पार्टी ने कहा कि वह यह भी चाहती है कि मामले में न्याय मिले। आप ने भारती के पक्ष को स्पष्ट करते हुए कहा कि पर्यटन विभाग की भी ज़िम्मेदारी संभाल रहे भारती को पर्यटन विभाग में अपराह्न तीन बजे आधिकारिक बैठक में शामिल होना था, जिसके बाद उपराज्यपाल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जाना था। दोनों कार्यक्रम पूर्व से तय थे और इसलिए भारती अपने वकील के ज़रिए डीसीडब्ल्यू को सूचित करना चाहते थे कि वह आयोग के सामने दूसरे दिन पेश होंगे। पार्टी ने यह भी कहा कि डीसीडब्ल्यू ने गलत पते पर सम्मन भेजा था।