जयपुर,
प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में 15,427 करोड़ का वैट राजस्व अर्जित किया है। विभाग के आयुक्त संजय मल्होत्रा ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में माह दिसम्बर 2013 तक विभाग में 15,427.98 करोड़ का वैट राजस्व संग्रहित हुआ है, जो कि गत वित्तीय वर्ष 2012-13 की इसी अवधि में प्राप्त हुए 13,436.91 करोड़ रुपये से 1991.07 करोड अधिक है, विभाग ने इसमें 14.81 प्रतिशत की वृद्घि दर हासिल की है।
प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में 15,427 करोड़ का वैट राजस्व अर्जित किया है। विभाग के आयुक्त संजय मल्होत्रा ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में माह दिसम्बर 2013 तक विभाग में 15,427.98 करोड़ का वैट राजस्व संग्रहित हुआ है, जो कि गत वित्तीय वर्ष 2012-13 की इसी अवधि में प्राप्त हुए 13,436.91 करोड़ रुपये से 1991.07 करोड अधिक है, विभाग ने इसमें 14.81 प्रतिशत की वृद्घि दर हासिल की है।
श्री मल्होत्रा ने गुरूवार को विभाग की राज्य स्तरीय बैठक में प्रदेश के सभी संभागों के राजस्व की विस्तृत समीक्षा की । जयपुर स्थित संभागीय कर भवन में आयोजित बैठक में अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, श्री गंगानगर, जयपुर-प्रथम, जयपुर-द्वितीय, जयपुर-तृतीय, जोधपुर, कोटा, पाली, एवं उदयपुर संभागों के उपायुक्तों के साथ मुख्यालय के अधिकारी भी उपस्थित थे । अपे्रल 2013 से दिसम्बर 2013 तक अजमेर संभाग ने 671.77 करोड़, अलवर ने 781.83 करोड़, भरतपुर ने 118.06, भीलवाड़ा ने 392.30, बीकानेर ने 192.47, श्री गंगानगर ने 169.44, जयपुर-प्रथम ने 1129.18, जयपुर-द्वितीय ने 7696.71, जयपुर-तृतीय ने 1692.11, जोधपुर ने 1260.79, कोटा ने 489.30, पाली ने 379.35 एवं उदयपुर ने 454.68 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जन वैट के रूप में किया ।
प्रतिकरापवंचन गतिविधियों में श्री मल्होत्रा ने बताया कि उक्त अवधि में मुख्यालय प्रतिकरापवंचन द्वारा कर-चोरी के मामलों में 66.62 करोड़ रुपये वसूले गए है। श्री मल्होत्राा ने पूरे विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को अच्छे ताल-मेल के साथ काम करने एवं व्यवहारी को सुविधाजनक वातावरण उपलब्ध हो, इसका ध्यान रखने का संदेश दिया । ई-सेवाओं में सुधार के जरिये कार्य में पारदर्शिता व अधिक तेजी लाने के लिए कहा गया । बैठक में राजस्व-स्त्रोत बढ़ाने के सुझावों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों, विधि-प्रकरणों, संस्थापन प्रकरणों आदि की समीक्षा भी की गई ।