- बीज और गेंहूँ की किस्म ने तय किय सबसिटी का मूल्य
- 500 रूपये क्विंटल सबसिडी पाने के लिए फसल की क्या किस्म होनी चाहिए?
पंजाब सरकार द्वारा रबी 2013-14 दौरान किसानों को राज्य में कृषि अधीन चल रही राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय अन्न अन्न सुरक्षा मिशन और फसली विभिन्नता कार्यक्रम तहत राज्य के किसानों को सबसिडी दी जा रही है। यह जानकारी देते हुए आज यहां पंजाब के मुख्य संसदीय सचिव कृषि स. गुरबचन सिंह बब्बेहाली ने बताया कि राज्य में किसानों को गेहूं की किस्मों, एचडी 2967, पी बी डब्ल्यू 550, पी बी डब्ल्यू 621, पी बी डब्ल्यू 590 और पी बी डब्ल्यू 509 के प्रमाणित बीज पर 500 रूपये प्रति क्विंटल सबसिडी दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि गेहूं के बीज की शोध के लिए बीज शोधक दवाईयों पर पच्चास प्रतिशत सबसिडी दी जायेगी। यह सबसिडी, कृषि विभाग पनसीड के सेल सैंटरों, एनएसई को-आपरेटिव सोसायटियों और क्रिभको द्वारा दी जा रही है। उन्होंने बताया कि गेहूं के नदीनों की रोकथाम के लिए नदीन नाशक दवाईयां पर पच्चास प्रतिशत या पांच रूपये प्रति हैक्टेयर के हिसाब से सबसिडी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि गेहूं के लिए सुखम तत्व पच्चास प्रतिशत या पांच सौ रूपये प्रति हैक्टेयर के हिसाब से सबसिडी पर दिये जाएंगें। उन्होंने कहा कि नवीनतम कृषि मशीनरी पर भी पच्चास प्रतिशत सबसिडी दी जायेगी। स. बब्बेहाली ने किसान भाईयों को अपील की कि सबसिडियों सम्बन्धी विस्तृत जानकारी के लिए वह अपने नजदीकी कृषि अधिकारी या कृषि विभाग के कार्यालय के साथ सम्पर्क करें।