राँची,
मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुण्डा ने कहा कि संस्थागत विकास आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए जरूरी है। आबादी बढ़ने के साथ-साथ हमारी जरूरतें लगातार बढ़ रही है। इसी अनुसार शैषिक विकास और संस्थागत विकास भी होना चाहिए। मुख्यमंत्री आज स्थानीय काँके प्रखण्ड के कन्या उच्च विद्यालय, बोड़ेया के परिसर में करमटोली-ओरमांझी पथ (पोटपोटो-ओरमांझी मार्ग) के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य के िशलान्यास के पश्चात जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि गाँव की प्रगति देश की प्रगति है। गाँव की प्रगति में ही देश की समृद्धि है। इसलिए शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में तरक्की करनी आवश्यक है। सड़कें विकास की पहली पायदान है और झारखण्ड राज्य को सड़कों की सबसे ज्यादा जरूरत है। सड़क बनने से व्यापार और वाणिज्य बढ़ेगा। आर्थिक विकास में यह सहायक होगा। राँची की आबादी बढ़ने से दिनोंदिन यातायात के बढ़ते दबाव से निजात पाने में करमटोली और ओरमाँझी पथ सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने स्थानीय लोगों से कहा कि सरकार के हर काम में आम जनता की भागीदारी जरूरी है। लोगों को सरकार के हर कार्य की पूरी जानकारी होनी चाहिए। घरों की प्रगति ही राज्य की प्रगति है। अतएव विकास के प्रति आपसी समझ के साथ सड़क निर्माण सहित राज्य में उच्च शैक्षणित संस्थाओं के विकास हेतु लोग समर्थन और सहयोग के साथ अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएँ। विकास हेतु सड़क-निर्माण की जरूरत और सड़कों के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक बदलाव को रेखांकित करते हुए उन्होनें कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका में व्यापक रूप से सड़क निर्माण के लिए “काम के लिए अनाज´´ कार्यक्रम शुरू किया गया, जिसका नतीजा हुआ कि संपूर्ण अर्थव्यवस्था में आशाजनित बदलाव हुआ और युद्ध से हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई सड़कों के जरिए हो सकी। अच्छी गुणवत्ता युक्त सड़कें दुघZटनाओं को रोकने में भी सहायक हैं साथ ही संचार के लिए आवश्यक नेटवर्क भी सड़कों के माध्यम से सुलभ होता है। हमें कम से कम 10व”ाोZं के बाद की स्थिति का आकलन करते हुए भविश्य की योजनाएँ बनानी चाहिए। इसका प्रभाव आमजन के परिवार एवं उनके जीवन स्तर पर पड़ता है। उन्होंने कहा अन्य सड़कों के निर्माण कार्य भी जल्द शुरू किए जाएंगें।
कृशि के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि झारखण्ड की पहचान उसकी खनिज सम्पदा से है, परन्तु वास्तविक विकास कृशि के आधार पर ही संभव है। शुरूआती दौर की कम वर्षा किसान एवं सरकार दोनों की चिंता का विशय है। अब हो रहे वर्षा का लाभ कितना मिल सकेगा इसका आकलन करना है।
इस अवसर पर पथ निर्माण विभाग की प्रधान सचिव, श्रीमती राजबाला वर्मा ने कहा कि इस सड़क के निर्माण से लगभग 20-25 गाँव सीधे राश्ट्रीय उच्च पथ 33 तथा रिंग रोड से जुड़ जाएंगे। अवागमन की सुविधा के साथ ही साथ यह सामाजिक एवं आर्थिक विकास का माध्यम बनेगा। सड़कें आर्थिक विकास का मेरूदंड है। सड़कें समृद्धि लाती है। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामीण क्षेत्र के गाँवों को राश्ट्रीय उच्च पथ एवं रिंग रोड से जोड़ने के सपने को पूर्ण करने का प्रयास है। हमारी सड़कों का औसत राश्ट्रीय औसत के बराबर होगा अभियंता प्रमुख श्री राम नरेश रमण ने निर्धारित अवधि के पूर्व ही सड़क निर्माण के कार्य को पूर्ण किए जाने का विश्वास दिलाया। उन्होंने सड़क की विस्तृत विवरणी से भी आम लोंगों को अवगत कराया।
आम सभा को काँके विधान सभा क्षेत्र के स्थानीय विधायक श्री रामचन्द्र बैठा एवं राँची के पूर्व सांसद श्री रामटहल चौधरी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर श्रीमती गंगोत्री कुजुर समेत पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, वरीय पदाधिकारीगण एवं भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।