रोहतक,
जाट कॉलेज के कांफेस हॉल में वीरवार को भूगोल विभाग द्वारा वर्षा का जल संरक्षण – विश्व की आवश्यकता पर एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के भूगोल के प्रोफेसर डॉ. इंद्रजीत इसमें मुख्य वक्ता रहे। प्रोफेसर इंद्रजीत ने बताया कि वर्षा का जल संरक्षण आज किसी प्रदेश अथवा देश की आवश्यकता नहीं है बल्कि यह विश्वस्तरीय आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि आप अपने घर में, घर के आस-पास तथा किसी भी स्थान पर वर्षा के जल को इकठ्ठा कर सकते हैं। विद्यार्थियों को चाहिए कि वो जल को सुरक्षित करने के लिए अभी से अपनी आदत बना लेनी चाहिए अन्यथा आगामी समय में पीने के लिए जल उपलब्ध नहीं हो सकेगा। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र मलिक ने बताया कि जल एक ऐसा संसाधन है जो हमारे जीवन का आधार है। अत: इसे अति बुद्धिमत्ता से प्रयोग करते हुए भावी पीढीयों के लिए भी सुरक्षित रखा जाना चाहिए। इस व्याख्यान में भूगोल विभाग से डॉ. रजनी, डॉ. महिपाल, डॉ. दिलबाग, डॉ. जोगेंद्र खोखर, श्रीमती भारती, महिमा, प्रियंका, रविंद्र आदि उपस्थित रहे।