उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड सहित देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित कर दी है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 80 सदस्य को जगह दी है। जेपी नड्डा की नई टीम में दलबदलुओं नेताओं को खास तवज्जो दी गई है जबकि भाजपा के कई पुराने चेहरों को नई कार्यकारिणी में जगह नहीं मिल सकी है।
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में करीब दस ऐसे नेताओं को सदस्य बनाया गया है, जिन्होंने हाल ही में अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामने का काम किया है। इस फेहरिस्त में मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को जेपी नड्डा की टीम में जगह मिली है। सिंधिया के चलते ही भाजपा, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता परिवर्तन कर अपनी सरकार बनाने में सफल रही।
बसपा से आए नेताओं को मिली जगह
उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा छोड़कर भाजपा में आने वाले नेताओं को भी जेपी नड्डा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अहमियत दी गई है, जिसमें योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक और दारा सिंह चौहान शामिल हैं। यह तीनों ही नेता 2017 के यूपी चुनाव से ठीक पहले मायावती का साथ छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी और जीतकर सूबे की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने और जेपी नड्डा की केंद्रीय टीम के सदस्य बनाए गए हैं।
बंगाल-उत्तराखंड के दलबदलुओं को मिली जगह
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी और फिल्म अभिनेता व पूर्व राज्यसभा सदस्य मिथुन चक्रवर्ती को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है। ऐसे ही उत्तराखंड में 2017 के चुनाव से पहले कांग्रेस का तख्तापलट करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और सत्यपाल महाराज को भी भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया है। सत्यपाल महाराज मौजूदा समय में उत्तराखंड की भाजपा सरकार में मंत्री हैं जबकि विजय बहुगुणा को अब भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी है। माना जा रहा है कि चार महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए जेपी नड्डा ने कांग्रेस से आए नेताओं को अपनी टीम में जगह देकर राजनीतिक समीकरण साधने का दांव चला है। ऐसे ही यूपी के लिहाज से भी देखा जा रहा है। इतना ही नहीं जेपी नड्डा की टीम में सबसे ज्यादा यूपी से 12 लोगों को शामिल किया गया है।
मेनका-वरुण-कटियार बाहर
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एक तरफ जहां दलबदलू नेताओं को अहमियत दी गई तो दूसरी तरफ पार्टी के पुराने नेताओं को बाहर भी किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके बेटे पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को भाजपा नई कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया गया है। इन दोनों नेताओं के अलावा भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाने वाले विनय कटियार को भी जेपी नड्डा की नई टीम नहीं मिल सकी।
नड्डा की टीम में मोदी से शाह तक
जेपी नड्डा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर, राज्यसभा में सदन के नेता केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद व वरिष्ठ नेता शामिल हैं। भाजपा की कार्यसमिति में पूर्व मंत्रियों हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद को भी जगह दी गई है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इन 80 सदस्यों के अलावा, 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे। इनमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विभिन्न विधानसभा एवं विधान परिषद में विधायक दल के नेता, पूर्व उप-मुख्यमंत्री राष्ट्रीय प्रवक्ता राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे। PLC