Tag: the world of poetry
प्रतिभा कटियार की कविताएँ
कविताएँ1. राष्ट्रगौरव
जगह जगह से आते लोग,
म्रगतृष्णा के बीज बो जाते।
कहीं पनपता अंधविश्वास,
तो कहीं उन्मुक्त रूप से होता हास-परिहास।
शिष्टाचार सदा झलकता,
एैसे भी हैं कई जिले प्रान्त...
डॉ राजीव राज की कविताएँ
कविताएँ1 सब जले
आचार जले सुविचार जले।
मानवी लोक व्यवहार जले।
हर चौखट पर लपटंे लिपटीं,
अवतारों के दरबार जले।
परिवर्तन की तोड़ खुमारी जाग बाबरे जाग।
आग लगी है...
डॉ राजीव राज के मुक्तक
डा0 राजीव राज के मुक्तक- मुक्तक -हैं सियासी गिद्ध नभ में नोंचने को बोटियाँ।
बिछ गयीं देखो बिसातें चल रहे हैं गोटियाँ।
जल रहा है अन्नदाता...
आभा द्धिवेदी की पांच कविताएँ
आभा द्धिवेदी की पांच कविताएँ 1) 'तुम'
तुम सुपात्र नहीं हो
नायक भी नहीं हो मेरी कहानी के
किसी भी रचना में
पर तुम हो
तुम ना जाने क्यूँ हो
तुम्हारा...