Tag: sadhindi
हथियारबंद संघर्षों में बच्चों का इस्तेमाल : सन्दर्भ -12 फरवरी, वर्ल्ड रेड हैंड...
- जावेद अनीस -
कहने को तो हम अपने आपको अभी तक के मानव इतिहास का सबसे सभ्य और विकसित समाज मानते है लेकिन दुनिया...
निशाने पर है भारत का वर्तमान स्वरूप
- जावेद अनीस -
2014 का लोकसभा चुनाव संघ परिवार के लिए मील का पत्थर था, यह एक गेम-चेंजर साबित हुआ जिसमें ऐसी विचारधारा की...
असहिष्णुता और फनकार
- जावेद अनीस -
पिछले डेढ़ सालों में इस देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी और लोकतंत्र के दायरे कम हुए हैं और बहुसंख्यकवाद का अहंकार...
समीक्षा : शिवराज सिंह चौहान झाबुआ के झरोखे से
- जावेद अनीस -
मध्यप्रदेश के इतिहास में दिग्विजय सिंह के बाद शिवराज सिंह चौहान ऐसे दूसरे व्यक्ति बन गये हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री के एक...
बाल संरक्षण की उलटी चाल
- जावेद अनीस -
26 साल पहले संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने “बाल अधिकार समझौते” को पारित किया गया था जिसके बाद वैश्विक स्तर...
हिंसा के परतों के बीच “तितली”
- जावेद अनीस -
जौहर,चोपड़ा और बड़जात्या की फिल्मों में अमूमन सुखी और संपन्न परिवारों के बारे में बताया जाता है,जहाँ नैतिकता व संस्कारों का...
तीस साल का संघर्ष और सरकार की उदासीनता
- जावेद अनीस -
अपने आप को को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहने वाले मुल्क की यह विडंबना है कि तीस साल विस्थापन के...
‘किस किसको प्यार करूं’:- “कॉमेडी नाइट्स विथ कपिल” का सिनेमाई विस्तार
- जावेद अनीस -हमारे यहाँ कॉमेडी का मतलब औरतों, ट्रांसजेंडर्स, मोटे लोगों, बुजर्गों, काले–सावंले लोगों और विकलांगों का मजाक उड़ाना सा बन गया है....
हिंदी तेरे नाम पर
- जावेद अनीस -
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन में तामझाम,भव्यता,दिखावा,विरोध , राजनीति,बड़े-बड़े दावे,वायदे,आत्म प्रचार सबकुछ था, बस कमी...