Tag: bhrashtachar
“क्रिकेट के पचड़े में ही पड़े रहेंगे जमाने”
"क्रिकेट के पचड़े में ही पड़े रहेंगे जमाने" गोपाल प्रसाद*,,फैल चुके हो गुब्बारे की तरह तुम
बस एक कील चुभाना बाँकी है ।
प्रश्नों की श्रृंखला से...
**भ्रष्टाचारी सीख लें, डॉ0 बी0आर0 अंबेडकर के जीवन मूल्यों से।
**आर0एल0 कैन
यह निर्विवाद सत्य है कि भारत में भ्रष्टाचार जीवन के हर क्षेत्रा में अपनी चरम सीमा पर व्याप्त है। संविधन निर्माता बाबा साहब...