Tag: Anupam Mishra
देह के बाद अनुपम
- अरुण तिवारी -
जब देह थी, तब अनुपम नहीं; अब देह नहीं, पर अनुपम हैं। आप इसे मेरा निकटदृष्टि दोष कहें या दूरदृष्टि दोष;...
अनुपम स्मृति – मेरा कुर्ता पकड़कर अब कौन खींचेगा : राजेन्द्र सिंह
तालाब जितने सुंदर व श्रेष्ठ होंगे, अनुपम की आत्मा उतना सुख पायेगी : राजेन्द्र सिंह
प्रस्तुति: अरुण तिवारी
हम सभी के अपने श्री अनुपम मिश्र नहीं...