Tag: कहानी का इतिहास
महिला दिवस का स्वांग और महिलाओं के वास्तविक हालात
- सोनाली बोस -आज हम सभी एक बार फिर 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहे हैं | ‘’अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’’ इस नाम...
जयश्री रॉय की कहानी : खंडित आस्था
खंडित आस्था - जयश्री रॉय -मधु ने उसके सामने गर्म कांजी की थाली रखी थी, “मुंह में कुछ दे रूपा, उस नन्ही सी जान के...
जयश्री रॉय की कहानी : प्रायश्चित
- प्रायश्चित -
जंगल में जगह-जगह लगी भट्टियों में बनती शराब की गंध से ग्रीष्म ऋतु की संध्या मदिर हो उठी है। वर्ष के...
जयश्री राय की लघु कथा चाँद समंदर और हवा
जयश्री रॉय की लघु कथा चाँद समंदर और हवा - चाँद समंदर और हवा -
मेरी ने फिर बाहर जाकर देखा – सूरज डूब चुका है।...
राजकुमार धर द्विवेदी के मुक्तक
राजकुमार धर द्विवेदी के मुक्तकबातें करता गांव-गली की, अमराई , खलिहान की,
गेहूं, सरसों, चना, मटर की, अरहर, कुटकी, धान की।
नेताओं के कपट, छलावे, लिखता दर्द...
सेल्फी विथ डॉटर से ज्यादा जरूरी शौचालय फॉर डॉटर
- सोनाली बोस -भारत के ‘मंगल अभियान’ ने एक ज़बर्दस्त क़ामयाबी हासिल की है और हम अब खुद को डिजिटल वर्ल्ड के पैरोकारों की...
सोनाली बोस की कहानी : अपराजिता
सोनाली बोस की कहानी : अपराजिता
''अपराजिता''
आज सुबह सुबह ऑफिस जाते हुए जैसे ही राघव की नज़र कैलंडर पर पड़ी तो आज की तारीख देख...
श्वेता मिश्र की कहानी : अधूरे ख़्वाब
श्वेता मिश्र की कहानी : अधूरे ख़्वाब______अधूरे ख़्वाब _______________
इंडियन ??
एफ्फिल टावर को निहारती नज़रें पर खुद में ही खोयी हुई हाथों में पेन और...
दिल्ली का दंगल और भाजपा के अमंगल !
- सोनाली बोस -
ऐसा लगता है कि अरविंद केजरीवाल की ‘आम’ सुनामी के सामने नरेंद्र मोदी की ‘लहर’ अब सिमटने लगी है, दिल्ली चुनाव...
जयश्री रॉय की लघु कथा राष्ट्रीय स्वाभिमान
जयश्री रॉय की लघु कथा : राष्ट्रीय स्वाभिमान- राष्ट्रीय स्वाभिमान -
सुबह-सुबह चाय की चुस्कियां लेते हुये मैं अख़बार पढ़ रहा था. आज मैं बहुत...