बिजली मांग में 1041 मेगावाट की बढ़ोत्तरी,तो सप्लाई बढ़ी 5610 लाख यूनिट
आई एन वी सी न्यूज़
जबलपुर,
मध्यप्रदेश के रबी सीजन में पहली बार लगातार एक माह से बिजली की मांग 11,000 मेगावाट से ऊपर की दर्ज हो रही है। प्रदेश में 6 नवम्बर को पहली बार 11,057 मेगावाट से बिजली की मांग प्रांरभ हुई। इस दौरान प्रदेश में 1 दिसंबर को सर्वाधिक बिजली की मांग 11,857 मेगावाट दर्ज हुई। एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री संजय कुमार शुक्ल ने जानकारी दी कि प्रदेश में इस दौरान (एक माह में) पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में बिजली की औसत मांग में 1,041 मेगावाट की वृद्धि हुई है, वहीं इस दौरान प्रदेश में 5610 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई पूर्व की तुलना में अधिक की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में बिजली की मांग में वृद्धि होने का मुख्य कारण कृषि क्षेत्र में 10 घंटे सतत् व गुणवत्तापूर्ण बिजली की सप्लाई है। श्री शुक्ल ने कहा कि पूर्व वर्षों की तुलना में कृषि क्षेत्र के बढ़ने के साथ सिंचित क्षेत्र का बढ़ना महत्वपूर्ण तथ्य है।
किस तरह बढ़ी बिजली की मांग-श्री संजय कुमार शुक्ल ने जानकारी दी कि इस रबी सीजन में अभी तक बिजली की अधिकतम मांग 1 दिसंबर को 11,857 मेगावाट तक पहुंच चुकी है। 30 दिनों के दौरान 6 नवम्बर को 11,057, 8 नवम्बर को 11,152, 9 नवम्बर को 11,264, 10 नवम्बर को 11,321, 11 नवम्बर को 11,466, 13 नवम्बर को 11,515, 14 नवम्बर को 11,556, 17 नवम्बर को 11,697, 29 नवम्बर को 11,805एवं 30 नवम्बर को 11,807 मेगावाट बिजली की अधिकतम मांग रही।
नवम्बर माह में 69,049 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई-एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक ने बताया कि प्रदेश में नवम्बर माह में 69,049 लाख यूनिटबिजली की सप्लाई प्रदेश में की गई, जबकि पिछले वर्ष नवम्बर 2016 में 64,157 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई की गई। चालू वित्तीय वर्ष के नवम्बर माह में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4892लाख यूनिट अधिक बिजली की सप्लाई की गई।
प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में पहली बार बिजली की मांग 5000 मेगावाट से ऊपर दर्ज-मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर व उज्जैन) में रबी सीजन के इतिहास में पहली बार 5000 मेगावाट से ऊपर की बिजली की मांग दर्ज हुई है। वहीं प्रदेश के मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल व ग्वालियर) एवं पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर व रीवा) में भी पहले की तुलना में बिजली की मांग में निरंतर वृद्धि दर्ज हो रही है।