आई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ,
विगत कई वर्षों में नेट पर साहित्य को अच्छा खासा स्पेस मिला है। यह साहित्य के लिए एक शुभ लक्षण है। आज साहित्य के लिए एक संक्रामण का दौर है और ऐसे समय में जब यह कहा और फैलाया जा रहा है कि लोग साहित्य नहीं पढ़ते तब नेट पर यह काम बेहतर तरीके से किया जाना आश्चर्यचकित करता है। पिछले दिनों परिकल्पना अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉग प्रसार समिति की अध्यक्ष और न्यूजीलैंड की प्रवासी भारतीय साहित्यकार श्रीमती सुमन कपूर और दक्षिण एशिया के प्रमुख अँग्रेजी समाचार पोर्टल साउथ एशिया टुडे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी म्यूदुल हसन रिजवी लखनऊ में थे। दोनों शख्शियतों ने विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन के संस्थापक- संचालक और परिकल्पना समूह के प्रमुख लखनऊ निवासी रवीन्द्र प्रभात से मुलाकात कर आगामी दो अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन के प्रायोजन पर विचार-विमर्श किए। सूमन कपूर ने जहां सातवें ब्लॉगर सम्मेलन के कार्यक्रम स्थलों को लेकर एक रफ ले आउट रवीन्द्र प्रभात के समक्ष रखा वहीं म्यूदुल हसन रिजवी ने थाईलैंड में होने वाले आगामी षष्टम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में मंच साझा करने का प्रस्ताव रखा।
लखनऊ,
विगत कई वर्षों में नेट पर साहित्य को अच्छा खासा स्पेस मिला है। यह साहित्य के लिए एक शुभ लक्षण है। आज साहित्य के लिए एक संक्रामण का दौर है और ऐसे समय में जब यह कहा और फैलाया जा रहा है कि लोग साहित्य नहीं पढ़ते तब नेट पर यह काम बेहतर तरीके से किया जाना आश्चर्यचकित करता है। पिछले दिनों परिकल्पना अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉग प्रसार समिति की अध्यक्ष और न्यूजीलैंड की प्रवासी भारतीय साहित्यकार श्रीमती सुमन कपूर और दक्षिण एशिया के प्रमुख अँग्रेजी समाचार पोर्टल साउथ एशिया टुडे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी म्यूदुल हसन रिजवी लखनऊ में थे। दोनों शख्शियतों ने विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन के संस्थापक- संचालक और परिकल्पना समूह के प्रमुख लखनऊ निवासी रवीन्द्र प्रभात से मुलाकात कर आगामी दो अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन के प्रायोजन पर विचार-विमर्श किए। सूमन कपूर ने जहां सातवें ब्लॉगर सम्मेलन के कार्यक्रम स्थलों को लेकर एक रफ ले आउट रवीन्द्र प्रभात के समक्ष रखा वहीं म्यूदुल हसन रिजवी ने थाईलैंड में होने वाले आगामी षष्टम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में मंच साझा करने का प्रस्ताव रखा।
श्री रिजवी ने अपने प्रस्ताव में यह उल्लेख करते हुये कहा कि आगामी जनवरी 2016 में थाईलैंड में परिकल्पना द्वारा आयोजित षष्टम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में परिकल्पना के मंच से साउथ एशिया टुडे दक्षिण एशिया की तीन प्रमुख भाषाओं क्रमशरू हिन्दी, अँग्रेजी तथा उर्दू के 10 ब्लॉगरों, मिडियाकर्मियों और साहित्यकारों को सम्मानित करेगा, जिसके अंतर्गत पाँच महिला तथा पुरुष ब्लॉगरों, मिडियाकर्मियों तथा साहित्यकारों को कैटेगरी वाइज एग्यारह हजार तथा पाँच महिला तथा पुरुष ब्लॉगरों, मिडियाकर्मियों तथा साहित्यकारों को कैटेगरी वाइज पाँच हजार पाँच सौ रुपये की धनराशि, अंगवस्त्र, सम्मान पत्र आदि साउथ एशिया टुडे की ओर से प्रदान किए जाएँगे।
श्री रिजवी के अनुसार इसके अंतर्गत हिन्दी, अँग्रेजी और उर्दू भाषा के तीन ब्लॉगर, तीन साहित्यकार, दो मिडियाकर्मी, एक लोकगायक और एक सोशल मीडियाकर्मी का चयन किया जाएगा। नामांकन की प्रक्रिया इसी माह शुरू की जाएगी और पाँच सदस्यीय पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष रवीन्द्र प्रभात होंगे । इस अवसर पर रवीन्द्र प्रभात ने कहा कि साहित्य के प्रति नेट यूजर्स में लगाव बढ़ा है। चाहे ब्लॉग हो या सोशल मीडिया अभिव्यक्ति के लोकतन्त्र का एक बडा माध्यम बनता जा रहा है। ऐसे पहली बार साउथ एशिया टुडे द्वारा परिकल्पना के अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन का मंच साझा करना और पुरस्कार योजना की शुरुआत करना प्रशंसनीय है। हम ऐसी पहल का स्वागत करते हैं।