आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर ,
अम्बाबाड़ी स्थित महर्षि अरविन्द इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड मैनेजमेंट में ” विश्वेश्वरैया इंजीनियर्स सप्ताह” समारोह में आईटी एग्जिबिशन एवं राष्ट्रीय स्तर की हैकाथौन का आयोजन किया गया |
एनआईसी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया में कार्यरत डाटा सेंटर के टेक्निकल डायरेक्टर श्री अनुज गॉड ने आई.टी. सामुदायिक एवं समाज सेवा से जुड़े तकनीकी प्रोजेक्टों की प्रदर्शनी का फीता काट कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ भरत पराशर ने बताया कि इस एग्जिबिशन का मुख्य उद्देश्य देश के युवा वर्ग की सोच को समझना, उनकी क्षमताओं से अवगत कराकर विकसित करना तथा उनके सुझावों को सही दिशा में मोड़ कर क्रियान्वित करना है।
हैकाथॉन के जज मंडल में कॉग्निजेंट कैलिफोर्निया से महर्षि अरविंद संस्थान के एलुमनाई सुधीर गुप्ता एवं राजस्थान कृषि मंत्रालय से सिस्टम एनालिस्ट कल्याण कुमार शर्मा रहे। इस हैकाथौन एवं प्रदर्शनी में अनेकों संस्थानों जैसे कनोडिया कॉलेज, सुबोध कॉलेज, महर्षि अरविंद विश्वविद्यालय, आरकेजी कॉलेज, नेहरू कॉलेज, भगत सिंह कॉलेज के छात्र, छात्राओं ने अपने तकनीकी प्रोजेक्टों को प्रजेंट एवं प्रदर्शित किया। प्रोजेक्टों में रोबोट्स, कृषि के औजार, उनके मॉनिटरिंग सिस्टम, नारी शक्ति, ऑनलाइन पीजी, किसान ई-कॉमर्स जैसे प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे। छात्र – छात्राओं ने अमेरिकन इ-प्लाजा, एजुकेशनल गेम्स,ऑब्जेक्ट डिटेक्शन यूसिंग पाइथन लैंग्वेज,ऑनलाइन रिचार्ज,लाईफाई डाटा ट्रांसफर ,ट्यूटर विज़ार्ड,मेडिकल ऍप्लिकेशन्स एंड बैंक ऍप्लिकेशन्स और अन्य कई बिज़नेस एप रिलेटेड प्रोजेक्ट बनाये और कार्यक्रम में प्रदर्शित किए गए
प्रदर्शनी में स्पेशल ऑब्जर्वर के रूप में पहुंचे यूनाइटेड नेशन्स से जुड़े डिजिटल डिप्लोमेट एवं स्वच्छ भारत मिशन के प्रधानमंत्री द्वारा मनोनीत राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर डॉ.डी.पी.शर्मा ने सभी छात्र छात्राओं को देश विदेश में हो रहे टेक्निकल गतिविधियों पर जानकारी दी और उनका उत्साह वर्धन किया। डॉ शर्मा ने स्वच्छता से जुड़ी सभी आईटी इनोवेशन के बारे में छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे भारत के प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करें। इस दौरान कंप्यूटर के विभागाध्यक्ष डॉ महावीर जैन ने भी स्टूडेंट्स के सामने चंद्रयान “विक्रम” की चर्चा की और विक्रम से रिलेटेड कई टेक्निकल टर्म्स के बारे में विस्तृत जानकारी दी |
डॉ पराशर ने बताया कि महर्षि अरविन्द संस्थान ने रिसर्च एवं इनोवेशन के लिए 2005 में ऍम.एस.आर.डी.सी. नामक रिसर्च लैब एवं रिसर्च सेंटर की स्थापना की थी जो आज आईबीएम का 9 बार अवार्ड जीतने के बाद सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में स्थापित है। महर्षि अरविंद का आईटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस रिसर्च सेंटर आज पीएचडी रिसर्च सेंटर के रूप में राजस्थान में अपनी एक पहचान रखता है और साथ ही इसे राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम पीएचडी अवार्ड कराने का गौरव भी हासिल है। संस्थान के मीडिया प्रभारी मयंक शर्मा ने बताया कि यह विश्वेश्वरैया के जन्मदिवस पखवाड़ा पर आयोजित एक विशेष प्रकार की इवेंट है।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि हैकाथॉन में गोल्ड मेडल हाइड्रोपोनिक्स ऑटोमेशन प्रोजेक्ट को दिया गया।
ह्यूमन फॉलोइंग रोबोट को सिल्वर मेडल, सुबोध कॉलेज के कोडवैब एवं महर्षि अरविंद के शक्ति एप्लीकेशन को आईकॉनिक अवार्ड दिया गया .