
हरियाणा,
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री राव नरेन्द्र सिंह ने कहा कि 2000 करोड़ रूपए खर्च करके प्रदेश भर में चार नए मैडिकल कालेज बनाए जा रहे है। राव नरेन्द्र सिंह आज जिला करनाल के सफीदों उपमण्डल के गांव हरिगढ़ में दिलबाग सिंह वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित कृत्रिम अंग वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होकर लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। राव नरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में जो चार नए मैडिकल कालेज बनाए जा रहे है उनमें से एक भगत फूल सिंह महिला मैडिकल कालेज का उद्वघाटन हाल ही में यूपीए की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी ने किया है। उन्होंने कहा कि मेवात में मैडिकल कालेज शुरू होने की पूरी संभावना है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फरीदाबाद में मैडिकल कालेज का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और कल्पना चावला के नाम से करनाल में बनाए जा रहे मैडिकल कालेज की नींव रखी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इन मैडिकल कालेजो में पढ़कर बड़ी संख्या में डाक्टर तैयार होंगे और हरियाणा में डाक्टरों की कोई कमी नहीं होगी । उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि देश भर में मौजूदा समय में लगभग 7 लाख डाक्टरों की कमी है। राव नरेन्द्र सिंह ने कहा कि डाक्टरों की भर्ती करने के लिए हरियाणा में एक हाई पावर चयन समिति बनाई गई है। जिसके द्वारा हर 6 माह के बाद डॅक्टरों की भर्ती की जाती है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों 434 डाक्टर के पद विज्ञापित किए गए थे। उन्होंने कहा कि इसी माह के अंत या अप्रैल के प्रथम सप्ताह में साक्षात्कार आयोजित करके इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के सभी सामान्य हस्पतालों में पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप के तहत सीटी स्कैन एमआरआई की सुविधा करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गरीब लोंगों के लिए यह सुविधा मुफत होगी जबकि अन्य लोगों से नाम मात्र का शुल्क लिया जाएगा। हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य हैं जहां सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफत दवाईयां दी जा रही है और आम लोगों को 102 नम्बर पर एम्बुलैंस की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। इस अवसर पर उन्होंने सोसायटी को सवा लाख रूपए की अनुदान राशि देने की घोषणा की और सोसायटी की और से विकलांगों को कृत्रिम अंग ट्राई साईकिल इत्यादि वितरित की।