आई एन वी सी,
भोपाल,
अपनी ६ सूत्रीय मांगों को न माने जाने की स्थिति में मध्यप्रदेश पटवारी संघ ने 20 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को संघ के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश टेभरे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राजस्व विभाग एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिवों को ज्ञापन सौंपा। संघ के कार्यवाहक प्रांताध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने बताया, संघ प्रदेश के पटवारियों को 45 सौसे सात हजार का वेतनमान देने, स्टेशनरी समेत विभिन्न भत्तों में वृद्धि करने, पटवारियों का पदनाम परिवर्तित कर सहायक राजस्व अधिकारी घोषित करने, अन्य कर्मचारियों के समान स्थानांतरण नीति लागू करने, वर्ष 2011 में की गई सात दिन की हड़ताल का वेतन देने, पटवारी से नायब तहसीलदार पद के लिए परीक्षा आयोजित करने व पटवारियों की महापंचायत बुलाए जाने की मांग लंबे समय से कर रहा है। इसको लेकर कई बार विभागीय मंत्री व अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे गए, लेकिन पटवारियों को बीते 9 सालों में सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 24 हजार राजस्व हल्कों के विरुद्ध पटवारियों के महज 11 हजार 6 सौ पद स्वीकृत हैं, इसमें से भी ढाई हजार से अधिक पद रिक्त हैं। राजस्व मंत्रह ने पटवारी हल्कों के अनुसार प्रतिवर्ष दो हजार पद नए स्वीकृत करने की घोषणा की थी लेकिन एक भी नया पद सृजित करना तो दूर रिक्त पदों की पूर्ति भी नहीं की गई। इसके चलते मौजूदा पटवारियों पर कामकाज का अतिरिक्त बोझ है। एक-एक पटवारी के पास तीन से चार हल्कों का प्रभार है। उन्होंने कहा कि संघ की मांगों का शीघ्र निराकरण नहीं होने पर संघ से जुड़े प्रदेश भर के पटवारी आगामी 13 मई को अतिरिक्त प्रभार का कार्य बंद करेंगे। इस पर भी मांगें नहीं मानी गई तो सभी पटवारी आगामी 20 मई से अनिश्चितकालीन हडताल पर जाने को बाध्य होंगे। इसकी समस्त जवाबदेही राज्य शासन की होगी। ज्ञापन सौंपने गए प्रतिनिधिमंडल में संघ के प्रांतीय महामंत्री लालबहादुर सिंह बघेल एवं कार्यकारी प्रांताध्यक्ष प्रदीप तिवारी समेत अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।