उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने राज्य की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए संयुक्त प्रयास करने का आवाह्न करते हुए कहा कि उनकी सरकार विधान सभा सत्र को लम्बे समय तक चलाने की पक्षधर है। ताकि जन समस्याओं पर पर्याप्त चर्चा कराकर उनका समाधान किया जा सके।
मुख्यमंत्री आज अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर सर्वदलीय नेताओं की बैठक में अपना विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिनांक 28 मई, 2012 से शुरु होने वाले सत्र में सभी सदस्यों को अपना विचार रखने का मौका दिया जाएगा। श्री यादव ने कहा कि जन-समस्याओं के निराकरण और प्रदेश के विकास कार्यों को तेजी से क्रियान्वित कराने के लिए विधान मण्डल की कार्रवाई शान्तिपूर्वक संचालित होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समस्याओं के निराकरण के लिए विपक्षी पार्टियांे द्वारा चर्चा की मांग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनहित कार्यों को पूरा कराने के लिए सत्र के दौरान चर्चा का पूरा मौका मिलेगा। बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री को विधानसभा सत्र के दौरान अपनी पार्टियों की तरफ से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री द्वारा विधान सभा सत्र से पहले सभी दलों की बैठक बुलाने की पहल का स्वागत किया गया। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय, विधान परिषद में समाजवादी पार्टी के नेता एवं मंत्री श्री अहमद हसन, नेता प्रतिपक्ष एवं बहुजन समाज पार्टी विधान मण्डल दल के नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, भारतीय जनता पार्टी विधान मण्डल दल के नेता श्री हुकुम सिंह, कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता श्री प्रमोद तिवारी, राष्ट्रीय लोक दल के श्री दलबीर सिंह, पीस पार्टी के डाॅ0 मोहम्मद अयूब, अपना दल की श्रीमती अनुप्रिया पटेल तथा शिक्षक दल (गैर राजनैतिक) के नेता श्री ओम प्रकाश शर्मा सहित कई मंत्री तथा विधायक उपस्थित थे।
विधान सभा सत्र में शुरू होगी राजनितिक सियासत
लखनऊ,,