आई एन वी सी,
देहरादून,
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने शनिवार को सर्वेचौक स्थित महिला आई.टी.आई. के समीप 862 लाख की लागत से निर्मित होने वाले इंदिरा प्रिय दर्शनी कामकाजी महिला छात्रावास का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर सहित सभी जनपदों में महिला छात्रावासों का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में महिलाओं का विशेष योगदान रहा हैं महिलाओं के कल्याण, सम्मान के लिये राज्य सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनायें संचालित की गई है। देहरादून में बनने वाले महिला छात्रावास को प्रदेश की कामकाजी महिलाओं को नवरात्रि का तोहफा बताते हुए उन्होंने महिलाओं को शक्ति व शांति का प्रतीक बताया। उन्होंने महिलाओं से शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान देने व इसके प्रति जागरूक होने को कहा पर्यावरण के प्रति और अधिक महिलायें अपना विशेष योगदान दे सके इसके लिये रूद्रप्रयाग व बागेश्वर में सथापित होने वाले इको टास्क फोर्स में महिलायें के लिये 50 प्रतिशत पद आरक्षित किये गये हैं । मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाए समाज में आगे बढने के लिये अपना एक लक्ष्य तय करें और अच्छी शिक्षा ग्रहण कर बच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार दे। उन्होने कहा कि आज पूरा विश्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है इसके बावजूद हम इस संकट से बचे है पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी की बैकों के राष्ट्रीयकरण व प्रिविपर्स की समाप्ति जैसी प्रभावी नीतियों को उन्होंने इसके लिय कारगर बताया। उन्होंने कहा कि इस छात्रावास का नाम इंदिरा प्रिय दर्शिनी स्व. इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया है महिलायें उनके महान आदर्शो से प्रेरणा लेकर अपने व्यक्तित्व से समाज को नई दिशा देने में अपना योगदान दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश धीर-धीरे आपदा की त्रासदी से उबर रहा हे इस त्रासदी का सामना करने में केन्द्र सरकार ने पूरी मदद की है, हमारी सेना व पुलिस सहित सभी ने इसमें अपना योगदान दिया है इस त्रासदी एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित उनके घर पहुचाया गया, पीडितो को आर्थिक सहायता उपलब्ध करा दी गई है पीडित विधवा महिलाओं को 5 लाख के अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से 25 हजार रूपये, गर्भवती महिलाओं को 50 हजार रूपये अनाथ लडकी को एक लाख की एफडी के साथ ही आपदा जिनकी मृत्यु हुई है अथवा जिनके मकान पूर्णतः क्षतिग्रस्त हुए हे उनके बच्चों की फीस एक साल तक मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जायेगी चाहे वह किसी भी संस्थान में कही भी पढ़ रहा हों। इस अवसर पर देहरादून के प्रभारी मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि हमारी सोच विकास की है। देहरादून से कामकाजी महिलाओं के लिये छात्रावास के निर्माण की शुरूआत हुई हे शीघ्र ही हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर में भी महिला छात्रावास बनेगें इससे कामकाजी महिलाओं को काफी सहूलियत होगी। इस अवसर विधायक राजकुमार प्रमुख सचिव राधा रतूडी ने भी विचार व्यक्त किये पेयजल निगम के प्रबन्ध निदेशक सी.एम. डिमरी ने बताया कि महिला छात्रावास डेड साल में बनकर तैयार होगाा प्रथम चरण में इस चार मंजिले भवन में 150 कक्ष निर्मित होगे तथा द्वितीय चरण में इसे छः मंजिला बनाया जायेगा और इसकी कक्ष संख्या 250 हो जायेगी। इस अवसर पर संसदीय सचिव मनोज तिवारी, विघायक ललित फार्स्वाण पूर्व सांसद महेन्द्र पाल आदि उपस्थित थें।