राज्य सरकार ने प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में हर घर नल से जल पहुँचाने के लिये 68 हजार करोड़ लागत की विस्तृत कार्य-योजना लागू की है। योजना में 19 समूह जल योजनाएँ पूर्ण कर 802 गाँव में हर घर तक नल से जल पहुँचाना सुनिश्चित किया गया है। इससे लगभग साढ़े 11 लाख से अधिक ग्रामीण जनसंख्या लाभान्वित हुई है।
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री संजय कुमार शुक्ला ने बताया कि समूह नल-जल की करीब 6672 करोड़ लागत की 39 योजनाओं का कार्य प्रगति पर है, जो अगले दो साल में पूरा किया जायेगा। इससे 6091 गाँव की लगभग 64 लाख आबादी को घर में ही नल से पेयजल मिलेगा। श्री शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के 14 हजार 510 गाँव की एक करोड़ आबादी को पेयजल सुलभ कराने के लिये 22 हजार 484 करोड़ लागत की 45 समूह जल-प्रदाय योजनाओं की डीपीआर तैयार कर ली गई है।
ग्रामीण अंचल में 6 हजार से अधिक हैण्डपम्प स्थापित
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि पिछले एक साल में ग्रामीण अंचल में 6 हजार से ज्यादा हैण्डपम्प स्थापित किये गए है। इस दौरान 600 से अधिक नवीन नल-जल योजनाओं के कार्य पूर्ण कर ग्रामीण अंचल में पेयजल प्रदाय प्रारंभ कराया गया है। साथ ही, 6700 से अधिक सिंगल फेस मोटर पम्प स्थापित किये गये हैं। इसी के साथ, पिछले वर्ष की लंबित लगभग 3 हजार नल-जल योजनाओं को भी पुन: चालू कराया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़े 3 लाख 12 हजार हैण्डपम्पों को भी सुधार कर चालू कराया गया। साथ ही, साढ़े तीन लाख मीटर राइजर पाइप बढ़ाकर और आवश्यकतानुसार बदलकर 65 हजार हैण्डपम्पों को चालू स्थिति में लाया गया है। PLC