देहरादून ,
हिन्दी साहित्य के सुविख्यात छायावादी कवि ‘सुमित्रानंदन पंत’ की स्मृति में 23 दिसम्बर, 2015 को एक विशेष डाक टिकट जारी किया जायेगा।
20 मई, 1900 को उत्तराखण्ड के कौसानी (अल्मोड़ा) में जन्में इस महान साहित्य सृजक की स्मृतियों को एक और तरह से चिरन्तन रखने की दृष्टि से उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल ने 24जून, 2015 को एक प्रस्ताव केन्द्र को भेजा था जिसे भारत सरकार के संचार एवं सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने सहर्ष स्वीकार किया है।
विभिन्न विषयों सहित साहित्यिक रचनाओं के अध्ययन में विशेष रूचि रखने वाले राज्यपाल ने सुमित्रानंदन पंत सहित उत्तराखण्ड के अनेक साहित्यकारों की रचनाओं का गहन अध्ययन किया है। सुमित्रानंदन पंत की रचनाओं में निहित प्रकृति-सौंदर्य चित्रण, प्रगतिशील विचारधारा, दार्शनिक और मानवतावादी स्वरूप से प्रभावित होकर राज्यपाल ने उनके सम्मान में डाक टिकट जारी करने का प्रस्ताव तैयार किया था।
पद्म भूषण(1961), ज्ञानपीठ(1968), साहित्य अकादमी तथा सोवियत लैण्ड नेहरू पुरस्कार जैसे उच्च श्रेणी के सम्मानों से अलंकृत महाकवि सुमित्रानंदन पंत को सम्मान देने के राज्यपाल के इस प्रयास को 23 दिसम्बर, 2015 को मूर्त रूप दिया जायेगा।