ब्यूरो
नई दिल्ली. संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ए. राजा ने संसद मार्ग स्थित अत्याधुनिक प्रधान डाकघर का कल लोकार्पण किया। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि देश भर के डाकखानों का आधुनिकीकरण चरणबध्द तरीके से किया जा रहा है। जनता और डाक कर्मियों के आपसी संबंधों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि घरों तक चिट्ठियाँ पहुंचाना सिर्फ डयूटी भर नहीं है बल्कि यह आपसी भरोसा है जिसके बल पर हजारों मील दूर बैठा डाक भेजने वाला व्यक्ति यह जानता है कि उसका संदेश गंतव्य तक अवश्य पहुँचेगा। मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि सबको इस कोर बैंकिंग सेवा के लिए तैयार हो जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि यह योजना अगले साल तक देश के 4000 डाकघरों में शुरू कर दी जाएगी।
इस मौके पर डाक विभाग की सचिव राधिका दोरईस्वामी ने भी संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने प्रोजेक्ट ऐरो के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर दिल्ली पोस्टल सकिर्ल के प्रधान पोस्टमास्टर जनरल श्री पीके गोपीनाथ और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि जीपीओ और डाक व तार निदेशालय की आधारशिला तत्कालीन राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद ने 17 सितंबर, 1954 को रखी थी। इसे 26 जून 1962 को आदर्श डाकघर बनाया गया था। तदुपरांत एक अप्रैल 1963 को इसे प्रधान डाकघर बना दिया गया। इसके बाद 16 जून 1998 को इसे पूरी तरह कंप्यूटिरीकृत कर दिया गया। वर्ष 1991 में इस इमारत के मूल वास्तुशिल्पी हबीबुर्रहमान की सलाह से इसके मूल रंग को सिलेटी की बजाय सफेद कर दिया गया था।