हेमंत पटेल ,
आई एन वी सी ,
भोपाल,
३१ दिसंबर, २०१२ से पहले जो व्यक्ति झुग्गी बनाकर शासकीय जमीन पर रह हरे हैं। सर्वे में ऐसे में करीब १२ हजार नाम आए हैं, लेकिन इसमें से ६ हजार को ही झुग्गी का हक (पट्टा) मिलेगा।
दअरसल, इसमें एक नियम आड़े आ रहा है। वह यह कि सर्वे में तो यह है, लेकिन सर्कुलर के दायरे में नहीं आते। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी माना कि दावे-अपत्तियां व आवेदनों की जांच के बाद 12 हजार की संख्या घटकर लगभग आधी रह जाएगी।
दूसरी ओर हुजूर ग्रामीण क्षेत्र में झुग्गीवासियों को नाम कंप्यूटर में दर्ज होना शुरू हो गया है।
-सबसे ज्यादा हुजूर में
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घोषणा के बाद राजधानी के सातों वृत्तों (शहर वृत्त, गोविंदपुरा वृत्त, एमपी नगर नजूल वृत्त, टीटीनगर नजूल वृत्त , बैरागढ़ नजूल वृत्त, तहसील हुजूर व तहसील बैरसिया) में शासन के सर्कुलर पर सर्वे शुरू किया है। इसके लिए बाकायदा सभी वृत्तों में दल भी बनाए गए। सभी दलों ने 31 दिसंबर 12 से पहले के झुग्गिवासियों का सर्वे किया है। सातों वृत्तों में ऐसे कुल 11989 झुग्गीवासी सामने आए हैं। सर्वे के साथ ही इन सभी से आवेदन व दस्तावेज जमा करावा लिए गए हैं। सभी वृत्तों में से शहर वृत्त में 341 झुग्गीवासी सामने आए हैं। बैरागढ़ में 1640, गोविंदपुरा में 2178, एमपी नगर में 1118, टीटी नगर में 1700 व बैरसिया में 198 झुग्गीवासी रहते मिले हैं। हुजूर क्षेत्र में यह संख्या 4814 है। इनमें शहरी क्षेत्र की परिधि के 5 किलोमीटर के दायरे के गांवों में करीब 4063 परिवार हैं। वहीं 751 झुग्गीवासी कोलार क्षेत्र में सामने आए हैं।
-सही केवल 354 ही
सर्वे के बाद भी अलग-अलग स्थिति सामने आ रही है। गोविंदपुरा वृत्त में सर्वे के दौरान 2178 झुग्गीवासियों के आवेदन मिले। लेकिन जांच में के बाद पात्र झुग्गिवासियों की संख्या 354 तक ही सीमित रह गई। अधिकारियों की माने तो अपात्र उन्हें ही किया गया है, जो शासकीय जमीन पर तो बसें हैं, लेकिन यह जमीन या तो किसी विभाग की है या फिर नाले, निस्तार, चरोखर, श्मशान आदि की। ऐसे में सर्कुलर से बाहर जा कर काम नहीं किया जा सकता। वहीं भविष्य में भी यह परेशानी खड़ी कर सकती है। शहर वृत्त में भी यही स्थिति है। यहां सर्वे में 341 झुग्गीवासी निकले हैं। जांच के बाद सभी अपात्र हो गए। 341 में से 294 झुग्गीवासी टीटीटीआई के सामने बनी झुग्गीबस्ती में मिले, वहीं अन्य अरेरा हिल्स स्थित क्षेत्रों में। टीटीटीआई के सामने बनी सभी झुग्गियां नाले की भूमि व छोटे झाड़ के जंगल की जमीन पर बसी हैं। इसके अतिरिक्त अरेरा हिल्स स्थित झुग्गिवासी अन्य विभागों के लिए आरक्षित व आवंटित जमीनों पर बनी हैं। सर्कुलर के अनुसार ऐसे झुग्गीवासियों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता है।
-चल रहा है काम
जिले के सात वृत्तों में से दो शहर व गोविंदपुरा ने पात्र-अपात्र की सूची तैयार कर ली है। वहीं ५ वृत्तों में अभी यह काम बाकी है। सभी एसडीएम ने इस काम को जल्द जल्द ही पूरा करने की बात कही है। सूत्रों के अनुसार बैरागढ़ वृत्त में चिन्हित किए गए 1640 झुग्गिवासियों में से 300 से 400 झुग्गीवासियों को ही पट्टे मिलेंगे। इसकी वजह ईदगाह हिल्स, मर्जर की जमीन, पुनर्वास की जमीन, एयरपोर्ट अथारिटी की जमीन, गांधीनगर क्षेत्र आदि है। इसके चलते यहां झुग्गीवासियों को पट्टे नहीं दिए जाएंगे। जो कि सर्कुलर की नियमावली से बाहर हैं। इसी प्रकार की स्थिति हुजूर, एमपी नगर, टीटी नगर, बैरसिया वृत्तों की भी है।
-यह अपात्र होने का कारण
-झुग्गी नाले, विभाग या शासकीय कालेज अथवा यूनिवर्सिटी कैंपस की भूमि में होना। -जिन्होंने शासकीय जमीन पर दो मंजिला मकान बना लिए हैं, वह भी अपात्रता की श्रेणी में आएंगे।
-निस्तार, सार्वजनिक रास्ता, श्मशान, चरोखर, छोटे झाड़ का जंगल, गौठान, हाट बाजार की जमीनों का होना।
-केवल पहाड़, चट्टान व काबिलकास्त की जमीन पर बसे लोगों को ही पट्टे मिलेंगे।
-वहीं पहाड़, चट्टान व काबिलकास्त की जमीन पर दो मंजिला मकान निर्मित है तो यह श्रेणी से बाहर होंगे।
-सर्वे की स्थिति
वृत्त – झुग्गीवासी
बैरागढ़ – 1640
हुजूर – 4814
गोविंदपुरा – 2178
एमपी नगर – 1118
टीटी नगर – 1700
शहर वृत्त – 341
बैरसिया – 198
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कुल संख्या – 11989
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कार्रवाई चल रही है
सर्वे 4814 झुग्गवासी सामने आए हैं। इनकी जांच की जा रही है। वहीं दावे आपत्तियां मंगवाए जाने की कार्रवाई चल रही है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि कितने पात्र हैं व कितने अपात्र। फिर पट्टे बांटे जाएंगे।
राजेश श्रीवास्तव, एसडीएम तहसील हुजूर