आई एन वी सी न्यूज़
कोलकाता ,
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कोलकाता में देवेश खंडेलवाल की लिखी पुस्तक प्लेज फॉर एन इंटीग्रेटेड इंडिया का विमोचन किया और इस अवसर पर अपने मुख्य विचारों को साझा किया। श्री शाह ने कहा कि यह पुस्तक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के महत्वपूर्ण पत्रों का संकलन है और इससे कश्मीर समस्या को समझने में काफी मदद मिलेगी।
उन्होंने श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू कश्मीर की एकता और अखंडता के लिये अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। उन्होंने उस वक्त श्री जवाहर लाल नेहरू के खिलाफ बोलने की हिम्मत दिखाई। श्री शाह ने कहा कि उन्होंने कहा था “एक देश में दो निशान, दो प्रधान और दो विधान – नहीं चलेगा, नहीं चलेगा” और वह अंत तक अपने दृढ़ निश्चय पर अटल रहे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और कश्मीर के लिए उनके द्वारा दिये गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी न केवल जम्मू काश्मीर के आंदोलन के सूत्रधार थे वरन एक प्रतिष्ठित लेखक, वकील, शिक्षाविद, विचारक और जन्मजात राष्ट्र भक्त थे और उन्होंने अनेक क्षेत्रों में योगदान दिया।
श्री शाह ने कहा कि सत्ता छोड़कर अपने सिद्धांतों तथा देश सेवा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया और उन्होंने देश की मिट्टी के सुगंध से सुसज्जित देश के नव निर्माण के उद्देश्य से जनसंघ की स्थापना की और देश के लिए जीने और देश के लिए मरने वाले समर्पित कार्यकर्ताओं की फ़ौज तैयार की। श्री शाह ने कहा कि यह उन्हीं के बलिदान का परिणाम है कि भारतीय जनता पार्टी आज विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनी है और जनता ने भी अपना पूर्ण समर्थन देकर देश की बागडोर भाजपा के हाथ सौंपी है।
श्री शाह ने कहा कि उनकी नीतियां लम्बे समय तक देश का मार्गदर्शन करेगी।
अपने उद्बोधन के अंत में श्री शाह ने पुस्तक के संकलनकर्ता श्री देवेश खण्डेलवाल को साधुवाद देते हुए कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों, राजनेताओं और राजनीतिक विश्लेषकों को जम्मू-कश्मीर की समस्याओं को तथा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के द्वारा किये गए प्रयासों को नजदीक से समझने का मौका मिलेगा।