आई एन वी सी ,
मेरठ ,
पुलिस प्रशासन की मुस्तेदी की बजह से मेरठ मुजफ्फर नगर बनने बच गया, कल एक धार्मिक स्थल के पास प्याऊ बनाने के मामूली विवाद ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संवेदनशील मेरठ शहर को सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गया कोतवाली थानाक्षेत्र के तीरगरान और गुदड़ी बाजार में हालात इस कदर बिगड़े कि दो समुदायों के बीच घंटों तक जमकर पथराव, फायरिंग और आगजनी हुई। उत्तेजित भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की। पास ही खड़ी मोटरसाइकल को भी फूंक दिया गया। हिंसा में 5 लोगों को गोली लगी है जबकि पथराव में ५० से ज्यादा लोग घायल होने की सूचना मिल रही हैं तो दो लोगो कि गमभीर हालत होने कि खबर हैँ !
गरअसल मोहल्ला तीरगरान के पास स्थित रंगरेजान मस्जिद के पास अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोग प्याऊ का निर्माण कर रहे थे तो एक दूसरे समुदाय के लोगों ने इसका पुरजोर विरोध करना शुरु कर दिया , इसी विरोध से शुरू हुआ मामला इतना बढ़ा कि प्याऊ के निर्माण के लिए लगाए गए गेट को विरोधी समूदाय के लोगो ने तोड़ दिया इसके बाद दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते हिंसा का दौर शुरू हो गया दोनों पक्ष के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया, इसके बाद दोनों समुदाय कि ओर से फायरिंग हुई जिसमे कै लोग घायल हो गए , शाम चार बजे आइजी आलोक शर्मा व डीआइजी के सत्यनारायण मौके पर आए तो पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की जान में जान आई। उस समय पथराव व फायरिंग भी नही हुआ, इसके बाद भी अफसरों का हाल रहा कि वह भीड़ को सड़क पर हटाने का साहस नही जुटा पाए। अफसर पुलिस बल के साथ कभी कोतवाली जाते तो कभी मौके पर, लेकिन रास्ते में गलियों में खड़ी भीड़ को वह तितर बितर करने के लिए कुछ नही कर पाए थे !
मेरठ में दोनों सम्प्रदाय एक दुसरे पर हथियारों के ज़खीरे का आरोप लगाते रहे ए-47 और पेट्रोल बम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। बहुसंख्यक समुदाय के लोगों का आरोप है ,चुनाव के चलते अधिकांश लाइसेंसी हथियार जमा करा दिए थे, मगर शनिवार को जैसे ही बवाल हुआ, बड़ी संख्या में हथियार निकल आए, चोरों और से गोलियां बरसने लगी। खुलकर तमंचे व पिस्टल, बंदूकों को इस्तेमाल हुआ। पुलिस के सामने ही असलहों का प्रयोग हुआ ,ये हथियार कहाँ से आये और मेरठ में कैसे पहुचे इसका जबाब पुलिस प्रशासन के साथ साथ किसी समुदाये के पास नहीं था , हालात पूरी तरहा से काबू में हैं पर एक बड़े बल्बे की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता !
रात होते होते पुलिस प्रशासन ने हालात पूरीं तरहा हालत काबु मे ले लियन रात दो बजे एक छूट पुट घट्ना को भि प्रशासन ने नाकाम कर दिया ,रात भर पुरा हाइवे जाम जैसा रहा ,मेरठ मे रह्ने वाले आपने दोस्तो ओर रिश्तेदारो का हालचाल जान्ने के लियें रत भर लोग अपने लोगो को फ़ोन करती रहे !