आई एन वी सी,
चंडीगढ़,
पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल ने नाबार्ड के पंजाब क्षेत्र के चीफ जनरल मनैजर श्री नरेश गुप्ता को कहा कि राज्य के सेम ग्रस्त इलाकों में पानी क ी निकासी के प्रबंधों को मज़बूत करने के लिए 100 करोड रुपये का प्रोजेक्ट आरंभ करने हेतू फंड जारी करने की प्रक्रिया तेज़ की जाये। आज यहां मुख्यमंत्री कार्यालय एक प्रवक्ता ने बताया कि स. बादल ने गत् सांय मुख्यमंत्री निवास पर नाबार्ड की टीम के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य के लिए नाबार्ड की भिन्न भिन्न स्कीमों तहत 661 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों का जायजा लिया। पंजाब के दखिण-पश्चिमी क्षेत्रों जिलों श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का व फरीदकोट के अतिरिक्त जिला गुरदासपुर में काहनुवान में सेम की समस्या पर चिंता प्रकट करते हुए स. बादल ने इन क्षेत्रों में पानी की निकासी के मौजूदा प्रबंधों को मज़बूत करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया ताकि सेब की समस्या का प्रभावी हल निकाला जा सके। विचार विमर्श में भाग लेते श्री गुप्ता ने मुख्यमंत्री का भरोसा दिलाया कि सेम की समस्या के साथ निपटने के लिए सौ करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट मंजूर किया जायेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि नाबार्ड और भी फंड दे सकता है पर भारतीय संविधान की धारा 293 (3) तहत राज्य के लिए 495 करोड़ तक फंड देने की सीमा है। चीफ जनरल मैनेजर ने मुख्यमंत्री को अपील की कि राज्य सरकार द्वारा फंड देने की सीमा बढ़ाकर 600 करोड़ रुपये करने के लिए योजना आयोग के पास मामला उठाया जाये। नाबार्ड की टीम में श्री गुप्ता के अतिरिक्त जनरल मैनेज़र ए के रेअ बर्मन, श्री पी एन सत्य प्रसाद व श्री सी एम धीमान (दोनो डी जी एम) के अतिरिक्त ए जी एम श्री आर आर वडिआल व श्री संजय तालुकदार उपस्थित थे। इस अवसर पर स. बादल ने समूह संबंधित सचिवों को आदेश दिये कि नाबार्ड के साथ नजदीकी तालमेल रखा जाये ताकि स्वीकृत प्रौजेक्टों को निर्धारित समय में अमल में लाया जा सके। नाबार्ड के 100 करोड़ रुपये के ड्रेनेज प्रौजेक्ट के अतिरिक्त मंडी बोर्ड की सडक़ों के लिए 300 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग की सडक़ों के लिए 80 करोड़ रुपये, जल सप्लाई के लिए 90 करोड़ रुपये, सिंचाई के लिए 50 करोड़ रुपये, 3 घरों वाली ढाणियों को शहरी तर्ज पर निर्विघ्न बिज़ली सप्लाई देने के लिए 30 करोड़ रुपये और नहरों व खाले को पक्का करने हेतू 11.04 करोड़ रुपये के प्रोजेेक्ट शामिल हैं। जिनमें लोगों द्वारा भी अपना बनता हिस्सा डाला गया है। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस के संधू, प्रमुख सचिव वित्त श्री डी पी रेड्डी, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री सरवेश कौशल व मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव श्री गगनदीप सिंह बराड़ उपस्थित थे।